वारासिवनी जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत में नियुक्त की गई मेट महिलाए महिला मेट संगठन के माध्यम से मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुची, जहां उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर महिला मेटो को काम पर लिए जाने की गुहार लगाई।
आपको बताये की महिला मेटो को शासन द्वारा ही मनरेगा के अंतर्गत होने वाले कार्यों को करने के लिए लिया गया है। एक पंचायत से 5 मेटो को लिया गया जिसके चलते महिला मेट ग्राम पंचायत में होने वाले मनरेगा के कार्यों की पूरी निगरानी शासन के कर्मचारी के रूप में कर रही थी, लेकिन कुछ पंचायतों ने महिला मेटो को सरपंचों द्वारा कार्य पर नहीं लिया जा रहा है जिससे महिला मेटो में काफी आक्रोश व्याप्त है। वारासिवनी क्षेत्र की बात करें तो यह समस्या करीब एक दर्जन ग्राम पंचायतों में सामने आ रही है, उन पंचायतों की महिला मेट संगठन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जिन्होंने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि यदि उनकी मांग का निराकरण नहीं किया गया तो उनके द्वारा विरोध प्रकट किया जाएगा।
वही इस दौरान ग्राम पंचायत खापा की मेट हेमलता राहंगडाले ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा शुरू से ही उनके साथ काम पर लेने के संबंध में भेदभाव किया जा रहा है। सरपंच सचिव द्वारा यह कहते हुए नहीं लिया जा रहा है कि वह उनकी पार्टी की नहीं है चुनाव में वोट नहीं दिया है इसलिए काम में नहीं ले सकते कहा जाता है। ढाई तीन माह होने के बावजूद भी अभी तक कोई काम नहीं मिला है ऐसा ही रहा तो उनके सामने आर्थिक समस्या खड़ी हो जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा महिला मेटों को आ रही इस समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।