बालाघाट(पदमेश न्यूज़)
नगर में मां विंध्यवासिवनी दुर्गा उत्सव समिति द्वारा विराजित मातारानी की सौम्य प्रतिमा का आज 14 अक्टूबर को भक्तिभाव के साथ विसर्जन किया गया समिति द्वारा नवरात्रि पर्व के नौ दिनों तक मां भवानी की भक्ति में लीन रहकर महाआरती, हवन-पूजन, अनुष्ठान के साथ ही देवी भजन, जस गायन, भक्ति भजन संध्या के अतिरिक्त महाप्रसाद वितरण किया है। जहां नगर ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी भक्तों ने पहुंचकर मातारानी का आशिर्वाद प्राप्त कर पुण्य लाभ अर्जित किया है। मां विंध्यवासिवनी को विदाई देने के लिये 14 अक्टूबर को शाम 6 बजे भव्य चल समारोह के साथ शोभायात्रा निकाली गई।जिससे विभिन्न झांकियां, बैंड, धुमाल के साथ ही भक्ति भाव के साथ श्रद्धालु भक्त शामिल हुए। जहां नगर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण कर यह विसर्जन यात्रा सीधे गंगा नदी विसर्जन स्थल पहुंची जहां विधि विधान से पूजा अर्चना कर माता रानी की मनमोहक प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
झांकी शोभायात्रा रही मुख्य आकर्षण का केंद्र
मां विंध्यवासिनी दुर्गोत्सव समिति द्वारा 14 अक्टूबर की शाम को नगर में निकाली गई विसर्जन शोभायात्रा में मनोहारी झांकियां मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। जिसमे सिवनी के चलित अखाड़ा ने नगर के विभिन्न चौक-चौराहों पर अपनी कला का प्रदर्शन किया।तो वही विभिन्न धुमाल पार्टियों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए निराले अंदाज में मातारानी के भक्ति भजनों की धुन पर लोगो को मंत्रमुग्ध किया।इसके अतिरिक्त महाकाल अघोरी डांस ग्रुप ने भी अपनी नृत्य कला का विशेष प्रस्तुति दी वहीं झांकियों में हतप्रभ करने वाली कला का प्रदर्शन किया। जो इस विसर्जन शोभा यात्रा में मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी रही।
इन मार्गों से होकर गुजरी विसर्जन शोभायात्रा
सोमवार को शाम 06 बजे मां विंध्यवासिनी दुर्गोत्सव समिति द्वारा भटेरा रोड प्रतिमा स्थल से विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई। जो शहर के प्रमुख मार्गो रानी अवन्ती बाई चौक, काली पुतली चौक से मेनरोड,सराफा बाजार, हनुमान चौक से अम्बेडकर चौक होकर वैनगंगा नदी पहुची, जहां प्रतिमा का विसर्जन किया जायेगा। इस दौरान मां विंध्यवासिनी समिति के पदाधिकारी शहर के विभिन्न प्रमुख चौक-चौराहों पर नयनाभिराम आतिशबाजी करते नजर आए।