हिंदू नव वर्ष के साथ चैत्र नवरात्र भी 22 मार्च से प्रारंभ हो गया। जिसके प्रथम दिन प्रतिपदा पर नगर से क्षेत्र के माता मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी गई जो मां भगवती के दर्शन के लिए पहुंचे। जहां से उन्होंने माता का आशीर्वाद प्राप्त कर अपने कार्यों में लग गये। इसी कड़ी में नगर की ग्राम देवी माता शीतला के शीतला माता मंदिर में सुबह 5 बजे से नगर सहित आसपास के क्षेत्र के लोगों की भीड़ दोपहर तक लगी रही। जिन्होंने अपने घरों का शीतल जल लोटे मे लेकर मंदिर पहुंचे जहां मां शीतला को शीतल जल चढ़ाकर नवरात्र पर्व का प्रारंभ किया। इसी के साथ माता शीतला से परिवार में सुख शांति समृद्धि बनाए रखने के कामना कर उपवास धारण किया।
यहां यह बताना लाजमी है हिंदू धर्मावलंबियों का आस्था और भक्ति का पर्व नवरात्र वर्ष में दो बार आता है। जिसमें पहला नवरात्रि पर्व चैत्र नवरात्रि होता है जो हिंदू नव वर्ष के प्रथम दिन से प्रारंभ होता है वही दूसरा शारदीय नवरात्र पर्व आता है। यह दोनों नवरात्र पर्व विशेष होते हैं जिसमें बड़ी संख्या में लोग व्रत धारण कर मां भगवती की भक्ति में जुट जाते हैं। जिसके तहत चैत्र नवरात्र पर्व के प्रथम दिन लोगों ने माता शीतला को जल चढ़ाकर और उनके दर्शन पर व्रत धारण किया।
इस दौरान मंदिर में नवरात्र का प्रारंभ मनोकामना ज्योति कलश से किया जाता है जो रात्रि 8:00 बजे जवारे बोकर मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कर हर्ष उल्लास के साथ पर्व मनाया जाएगा। जिसमें 121 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे जिसके साथ पूरे 9 दिन मां भगवती के नौ रूपों की आराधना की जाएगी। इस दौरान भजन कीर्तन जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए है।