नगर मुख्यालय में मनाया जाने वाला महापर्व माँसरस्वती महोत्सव बड़े ही हर्षाेल्लास के साथ मनाया जा रहा है एवं सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है जिसे देखने के लिये बड़ी संख्या में श्रध्दालुजन पहुंच रहे है। इस माँ सरस्वती महोत्सव के अवसर पर मंडी काम्पलेक्स परिसर में प्रजापिता ब्रम्हाकुमारीय ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र लालबर्रा के द्वारा गत ७ अक्टूबर को रात ८ बजे विधि-विधान से पूजा अर्चना कर चैतन्य झांकियों का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर रोजाना प्रजापिता ब्रम्हाकुमारीय सेवा केन्द्र की बहनों के द्वारा माँ दुर्गा, माँ महालक्ष्मी, माँ सरस्वती, गंगा मैया सहित अन्य देवियों की चैतन्य झांकियों का प्रदर्शन किया जा रहा है और यह जीवंत झांकी श्रध्दालुओं के लिए जनाकर्षण का केन्द्र बनी हुई है और जनमानस उक्त चैतन्य झांकियों को देखकर आश्चर्यचकित हो जाते है क्योंकि वे देवियों के रूप में नजर आने के साथ ही आंख की पलक भी उनकी स्थिर रहती है यानि प्रदर्शन के दौरान पलक भी नही झपकते है। विदित हो कि प्रतिवर्ष प्रजापिता ब्रम्हाकुमारीय ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेेवा केंद्र लालबर्रा के द्वारा समाज को मातृशक्ति की आराधना का संदेश देने के लिये ब्रम्हाकुमारीय बहनों के द्वारा माँ दुर्गा, माँ महाकाली, महालक्ष्मी, माँ सरस्वती व गंगा मैया की चैतन्य झांकी बनाकर मातृशक्तियों के सम्मान का संदेश दिया जाता है। चर्चा में प्रजापिता ब्रम्हाकुमारीय ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र लालबर्रा की बहनों ने बताया कि चैतन्य झांकी प्रदर्शन के माध्यम से संदेश देना चाहते है कि शारदेय नवरात्र पर्व पर नौ दिनों तक माता-रानी की आराधना करते है परंतु घर में विराजमान हमारी मातृशक्ति बहनों का सम्मान नहीं किया जाता है जो कि अनुचित है इसलिए चैतन्य झांकियों को देखकर सभी मातृशक्तियों का सम्मान करें