हाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने चुनाव से पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 13 हजार रूपये, सहायिकाओं का मानदेय साढ़े 6 हजार रूपये और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय साढ़े 6 हजार रूपये किये जाने की घोषणा की है। जिसको लेकर मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की है। जिन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किए जाने की बात कही है जहां उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ दोहरा व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है। वही समान कार्य का समान मानदेय दिए जाने की मांग करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बराबर मानदेय दिए जाने की गुहार लगाई है।वही वर्षो से लंबित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा है मंगलवार को सौंपे गए इस ज्ञापन में उन्होंने वर्षों से लंबित उनकी समस्त मांगे जल से जल्द पूरी किए जाने की गुहार लगाई है।
हम मुख्यमंत्री की घोषणा का समर्थन नहीं करते
कलेक्टर कार्यालय में सौपे गए इस ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा 11 जून को की गई घोषणा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 13 हजार रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 6500 रुपये एवं सहायिका को 6500 रुपये मानदेय दिए जाने की घोषणा की गई है। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पदों की योग्यता के आधार पर भर्ती की गई। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सहायिकाओं की श्रेणी में लाया जाकर उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचाने के साथ आर्थिक शोषण भी किया जा रहा हैं। इसलिए हम मुख्यमंत्री की घोषणा का समर्थन नहीं करते हुए मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के हक और अधिकार की मांग करने मुख्यालय पहुंचे है।
बहनों के साथ दोहरा व्यवहार कर रहे भैया शिवराज- राखी उइके
जापान को लेकर की गई चर्चा के दौरान कटंगी परियोजना की मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राखी उईके ने इसे मुख्यमंत्री भाई शिवराज का बहनों के साथ भेदभाव बताते हुए मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कार्यकर्ताओं की तरह समान कार्य-समान वेतन दिये जाने की मांग की है। अपनी इसी मांग को लेकर आज हमने मिनी आंगनबाड़ी नर्सरी स्कूल शिक्षिका, सहायिका एकता संघ के बैनर तले ज्ञापन सौंपा है।क्यो की मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, स्वयं को बहनों का भाई कहते है और बहनो के साथ दोहरा व्यवहार कर रहे है। हमारी मांग है कि हमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की तरह समान कार्य-समान वेतन दिया जायें और हमें पूर्णकालिक कार्यकर्ता का दर्जा दिया जाये। क्यो की मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तरह प्रक्रिया का पालन करते हुए योग्यता के आधार पर की जाती है और वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका दोनों पदों का संपादन करती हैं। फिर भी इन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लगभग आधा मानदेय सहायिकाओं के बराबर दिया जाता है जबकि सहायिकाओं की योग्यता का मापदंड एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मापदंड में काफी अंतर हैं। शासन, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे अन्याय एवं अत्याचार को समाप्त कर अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की तरह समान कार्य, समान समय के तहत वेतन भुगतान करें।