मुंबई में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखकर टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. दरअसल यहां कोरोना पॉजिटिविटी रेट 6 फीसदी तक पहुंच गया है. कर्मचारियों को युद्ध स्तर पर काम करने के लिए निर्देश दिए गए हैं ताकि कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जा सके. इसके अलावा टेस्टिंग लैब में काम कर रहे लोगों को भी पूरी क्षमता के साथ सक्रिय रहने के लिए कहा गया है. बुधवार को मुंबई मनपा ने इस बात की जानकारी दी. मनपा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के रोजाना आने वाले मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. वहीं मॉनसून के नजदीक होने के कारण अब कोविड-19 केस में तेजी से वृद्धि देखने को मिल सकती है. अप्रैल की तुलना में मई महीने में मुंबई में कोविड-29 के केस में 100 फीसदी का उछाल आया है. मंगलवार को मुंबई में कोरोना के 506 नए मामले आए थे जो कि इस साल 6 फरवरी के बाद से सबसे ज्यादा केस हैं. ऐसे हालातों के बीच मनपा ने 12-18 साल की कैटेगरी में टीकाकरण अभियान और बूस्टर डोज को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने के लिए कहा है. लक्षण के साथ कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है, साथ ही पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था करने को कहा है. आपको बता दें कि हाल ही में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि महाराष्ट्र के उन जिलों के लोगों को मास्क लगाने समेत तमाम सावधानी बरतनी चाहिए, जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले रोजाना बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि, राज्य में पहली बार कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट बीए.4 के चार और बीए.5 के तीन मरीज मिले हैं. ज्ञात हो कि कोरोना महामारी की शुरुआत से मुंबई समेत महाराष्ट्र इस बीमारी के सबसे ज्यादा केस देखने को मिले हैं.