वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारा रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज निर्माण कार्य किया जा रहा है। जहां पर दोनों छोर पर निर्माण कंपनी के द्वारा मुरूम के ढेर और एक साइड़ गिट्टी का ढेर डालकर रोड़ को बंद करने का प्रयास किया गया है। परंतु उक्त स्थान पर छोटे से स्थान से लोग साइकिल एवं मोटरसाइकिल के माध्यम से आना जाना कर रहे हैं। इस परिस्थिति में यह मुरूम के ढेर लोगों की जान का खतरा भी बनते ही जा रहा हैं। जहां पर बीते कुछ समय से लगातार मोटरसाइकिल चालकों के साथ दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है । वहीं छात्र छात्राओं को भी घायल होना पड़ रहा है। क्योंकि रोड़ पर अवस्थित रूप से मुरूम के ढेर डाल दिए गए हैं जहां से आवागमन कर रहे लोगों की मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो रही है। तो वहीं साइकिल भी स्लिप हो रही है एवं अंधेरे के समय ज्यादा परेशानी हो रही है कि लोगों को मुरूम का ढेर स्पष्ट दिखाई नही देने से उनकी मोटरसाइकिल उस पर टकराकर या ऊपर चढ़ जाती है जिससे उन्हें गंभीर रूप से भी चोटिल होना पड़ रहा है। इसको लेकर राहगीरों में काफ ी आक्रोश है उनके द्वारा निर्माण कंपनी से व्यवस्था बनाए जाने की मांग की जा रही है ताकि राहगीर सुरक्षित रूप से आवागमन कर सके।
निर्माण कार्य के मध्य से आवागमन कर रहे लोग
ओवर ब्रिज निर्माण का कार्य प्रारंभ है जहां से बड़ी संख्या में मोटर साइकिल चालकों छोटे बड़े वाहन चालकों का आवागमन बना हुआ है। तो वहीं इसी मार्ग पर स्थित सीएम राइस स्कूल के १००० से अधिक विद्यार्थी भी इसी मार्ग का उपयोग अपने आवागमन के लिए कर रहे हैं। इस दौरान यह सभी लोग प्रारंभ निर्माण कार्य के मध्य से आवागमन कर रहे हैं जहां पर लंबे समय से मोटरसाइकिल और साइकिल से रहागीर और विद्यार्थी आवागमन कर रहे हैं। परंतु वर्तमान तक निर्माण कंपनी के द्वारा एक टेंपरेरी सडक़ निर्माण कार्य के किनारे से तैयार नहीं की गई है । जिसके कारण लोगों को जहां से समझ आ रहा है वह अपने अनुसार दोनों तरफ से आना जाना कर रहे हैं। जबकि इस परिस्थिति में एक बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी हुई है जो कभी भी घटित हो सकती है परंतु निर्माण कंपनी का इस व्यवस्था पर ध्यान ना देना समझ से परे है।
मुरूम के ढेर से बढ़ रही दुर्घटनाएं
निर्माण कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य के दोनों छोर पर मुरूम के ढेर डाल दिए गए हैं जहां पर अधिकांश रात्रि में दुर्घटनाएं घटना घटित होती है। हाल ही में कुछ दिन पूर्व दो युवक बालाघाट से वारासिवनी आ रहे थे जिनकी मोटरसाइकिल वारा टोला रेलवे क्रॉसिंग के पास में डाले मुरूम के ढेर में ऊपर चढक़र बहुत दूर फेंका गई थी। जिसमें बैठे दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनका उपचार सिविल अस्पताल में कराकर बालाघाट रिफर कर दिया गया था। इसी तरह रात्रि के समय कई बार दुर्घटनाएं होती है और लोग घायल हो जाते हैं। तो वहीं सुबह और शाम के समय स्कूल के विद्यार्थियों की भीड़ गुजरती है उनकी साइकिल भी मुरूम और रेत के कारण स्लिप होने से वह दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
मुरूम के ढेर को हटाकर बैरिकेंडिंग लगा देना चाहियें-वेगेन्द्र चौधरी
ग्रामीण वेगेन्द्र चौधरी ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि वारासिवनी बालाघाट रोड़ पर कार्य के दोनों तरफ मुरूम के ढेर डाल दिए गए हैं। इन्हें हटाकर वहां पर बैरिकेडिंग लगाना चाहिए क्योंकि इस परिस्थिति में लगातार दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है। आए दिन लोग दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं यहां पर बायपास मार्ग बनाया गया है किंतु मुरूम के ढेर डाल दिए गए हैं बोर्ड भी व्यवस्थित रूप से नहीं है। लोग अपनी मर्जी से ही आना जाना कर रहे हैं जहां पर जाम की स्थिति बनी रहती है क्योंकि आगे से भी छोटे बड़े वाहन आते हैं। यह मुरूम को हटाकर व्यवस्थित मार्ग बना देना चाहिए ताकि सुगमता से लोग आना जाना करें।
बैंरिकेडिंग से रास्ता ही बंद कर देना चाहियें-आशीष डोंगरे
नगर वासी आशीष डोंगरे ने बताया कि मैं वार्ड नंबर ६ रहता हूं इस मार्ग से बालाघाट के लिए आना जाना करता हूं। मैंने देखा है कि यहां सबसे ज्यादा समस्या स्कूल के बच्चों को होती है । वहां आने जाने में गिर जाते हैं क्योंकि मुरूम के ढेर है आने जाने के लिए व्यवस्था ठीक नहीं है। यदि ऐसा ही रखना है तो बैरिकेडिंग लगाकर मार्ग को पूरी तरह बंद कर देना चाहिए अन्यथा व्यवस्था बनाकर देनी चाहिए। यहां पर यह मिट्टी और मुरूम रखी है लोग स्लिप होकर गिर रहे हैं इन्हें हटाया जाना चाहिए। गाडिय़ां स्लिप होती है स्कूल के बच्चे झुंड में आते हैं गिर जाते हैं बायपास मार्ग नहीं है इसलिए यहीं से जा रहे हैं। एक्सीडेंट होने की संभावनाएं बनी हुई है और होते रहते हैं क्योंकि लोग अपने हिसाब से चल रहे हैं रोजाना सैकड़ो वाहन आते जाते हैं।
आने जाने के लिये सरल रास्ता कपंनी को बनाना चाहियें- श्रीराम गौतम
जनपद सदस्य श्रीराम गौतम ने बताया कि यह जो मार्ग है इसमें ओवर ब्रिज निर्माण हो रहा है तो इसके दोनों तरफ बैरिकेटिंग पर मार्ग को बंद करना था। किंतु वहां पर मुरूम के ढेर रखे गए हैं जहां से गाडिय़ां बड़ी मुश्किल से निकल रही है दिन में लोग जैसे तैसे अपना आना जाना हो जाता है। परंतु श्याम के बाद जैसे अंधेरा होने लगता है दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है और हर दिन कोई ना कोई गिरता रहता है। यह जो मुरूम के ढेर है उसमें मोटर साइकिल टकरा जाती है या ऊपर चढ़ जाती है फि र लोग गिर जाते हैं ऐसा ही वारासिवनी की तरफ नगपुरे की दुकान के सामने करके रखा गया है। जहां एक तरफ की रोड़़ बंद कर दी गई है गिट्टी डालकर और दूसरे तरफ से आना जाना मुरूम के ढेर के ऊपर से हो रहा है। प्रशासन और एजेंसी को व्यवस्था बनानी चाहिए हर काम का नियम होता है और जो समस्या होती है उसका निराकरण भी इन्हें करना चाहिए।