मुरैना जिले के तीन गांवों में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है। इनके साथ ही जौरा के एसडीओपी को भी हटा दिया गया है। सीएम ने उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है। ऐसे मामलों में कलेक्टर और एसपी ही दोषी होंगे, मैं मूक दर्शक नहीं रह सकता। अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। शराब पीने वाले अब अस्पतालों में आ रहे हैं इन लोगों का कहना है कि लगातार मौत की खबरें मिलने के बाद कुछ डर गए हैं और कुछ तबीयत भी खराब है। जहरीली शराब बनाने और बेचने वालों के परिवार में भी मौतें हुई हैं। सात लोग मुरैना और ग्वालियर के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। पुलिस ने शराब बनाने व बेचने वाले सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना के आबकारी अधिकारी जावेद अहमद एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बागचीनी थाना प्रभारी अविनाश सिंह राठौर को निलंबित कर दिया। दतिया की जिला आबकारी अधिकारी निधि जैन को मुरैना का भी प्रभार सौंपा गया है। घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शवों को रखकर जाम भी लगाया था।