मूवी रिव्यू: बैड न्यूज

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हैट्रोपैटर्नल सुपरफेकंडेशन, यह प्रेग्नेंसी की एक ऐसी कंडीशन है, जहां एक गर्भ में दो अलग पिता के जुड़वा बच्चे कंसीव हो सकते हैं। यानी मां एक और बच्चों के पिता दो। कहा जाता है कि पूरी दुनिया में ऐसे 17 केसेज हुए हैं और इसी दुर्लभ स्थिति पर निर्देशक आनंद तिवारी ने अपनी फिल्म ‘बैड न्यूज’ की कहानी बुनी है, जहां तृप्ति डिमरी के दो जुड़वा बच्चों के दो पिता विकी कौशल और एमी विर्क हैं। यों देखा और सुना जाए, तो ये कंडीशन बहुत ही गंभीर लगती है, मगर डायरेक्टर आनंद तिवारी उसे कॉमिडी के रंग में ढालकर दर्शकों के लिए एक मजेदार टाइमपास फिल्म बना ले जाते हैं, जिसमें आपको ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है।

‘बैड न्‍यूज’ की कहानी

कहानी शुरू होती है सलोनी (तृप्ति डिमरी) से जो एक शेफ है और अपने करियर में मेराकी स्टार नाम का एक ऐसा अवॉर्ड पाने का सपना रखती है, जो हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है। मगर उसकी मां उसकी शादी किसी अमीर पंजाबी लड़के से करवाकर उसका घर बसाना चाहती है। दूसरी ओर, अखिल चड्ढा (विकी कौशल) की मां (शीबा चड्ढा) भी अपने बेटे के लिए बहू लाने को लालायित है। एक पंजाबी पार्टी में सलोनी और अखिल की मुलाकात होती है। तूफानी रोमांस के बाद दोनों झटपट शादी के बंधन में बंध जाते हैं, मगर शादी के कुछ ही समय बाद सलोनी को एहसास होता है कि अखिल ‘मम्माज बॉय’ (मां का लाड़ला बेटा) है और वह करियर, सपने और पर्सनल लाइफ के बीच का संतुलन नहीं रख पा रहा।

सलोनी को यह भी लगता है कि अख‍िल उसके सपने को पूरा करने के लिए बाधक बन रहा है। दोनों के मतभेद का नतीजा होता है, तलाक। सलोनी दिल्ली छोड़कर मसूरी में एक नई शुरुआत करती है। उसका बॉस गुरबीर (एमी विर्क) उसे पसंद करता है। अपनी एनिवर्सरी के दिन अपने एक्स हस्‍बैंड अखिल की इंस्टाग्राम पोस्ट में उसे दूसरी लड़कियों के साथ फ्लर्ट करते देख सलोनी जलन के मारे गुरबीर के साथ हमबिस्तर होती है, मगर उसी रात अखिल भी केक लेकर उसे सॉरी कहने और मनाने पहुंच जाता है। सलोनी अखिल को ना नहीं कह पाती और दोनों अपने पुराने शादीशुदा दिनों की तरह अंतरंग हो जाते हैं।

अब छह हफ्ते बाद धमाका होता है कि सलोनी प्रेग्नेंट है। उसके पेट में एक नहीं दो बच्चे हैं और पैटर्निटी टेस्ट से पता चलता है कि उन जुड़वा बच्चों के दो पिता हैं, अखिल और गुरबीर। अखिल और गुरबीर दोनों ही अपने पिता होने की दावेदारी में सलोनी का दिल जीतने की होड़ में लग जाते हैं। सलोनी किसे अपनाएगी? समाज इस रेयर प्रेग्नेंसी पर क्या कहेगा? सलोनी, अखिल और गुरबीर के घरवालों का रिएक्शन क्या होगा? ये जानने के लिए आपको सिनेमा हॉल जाना होगा।

‘बैड न्‍यूज’ मूवी रिव्‍यू

निर्देशक आनंद तिवारी की इस फिल्म में ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है। अगर आप इस रेयर कंडीशन पर ज्यादा दिमाग लगाने जाएंगे, तो आप फिल्म का मजा नहीं ले पाएंगे। यह विशुद्ध मनोरंजन के उद्देश्य से बनाई हुई फिल्म है। कॉमिक स्ट्रीक फिल्म का प्लस पॉइंट है। फर्स्ट हाफ बहुत तेजी से भागता है। यही वजह है कि किरदारों का समुचित विकास नहीं हो पाता। सेकंड हाफ धीमा पड़ जाता है, मगर इसके बावजूद कई दृश्य ऐसे हैं, जो आपको लगातार हंसाते जाते हैं। हां, सिचुएशन और किरदारों का लॉजिक आप ढूंढ नहीं पाएंगे।

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