फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने सोशल मीडिया मंचों पर एक वीडियो जारी करते हुए जनता को उन्हें जलवायु परिवर्तन तथा जैव विविधता को लेकर सवाल भेजने के लिए कहा है। इस पर फौरन हजारों सुझाव आ गए। लोगों ने जीवाश्म ईंधन सब्सिडी, समुद्र में प्रदूषण और परमाणु ऊर्जा को लेकर कठोर सवाल पूछे। मैक्रों रविवार को मिस्र में शुरू हो रही संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता में भाग लेंगे। उन्होंने अगले सप्ताह से सवालों के जवाब देने का वादा किया है। वीडियो में उन्होंने एक पत्र पढ़ा, जिसमें यह पूछा गया कि उन्होंने पर्यावरणीय आपातकाल की घोषणा क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि पत्र ने मुझे यह पूछने के लिए प्रेरित किया कि हम इस पारिस्थितिकी चुनौती, हमारी पीढ़ी की चुनौती के बारे में क्या कर रहे हैं। मैक्रों ने अपने कार्यकाल में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे से निपटने को शीर्ष प्राथमिकता देने का संकल्प लिया था लेकिन पर्याप्त ठोस बदलाव नहीं लाने के लिए उन्हें व्यापक आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। मिस्र में सोमवार को जलवायु वार्ता में मैक्रों के जलवायु संबंधित वित्त पोषण, वन की रक्षा, अफ्रीका की ग्रेट ग्रीन वॉल और अन्य जलवायु अनुकूल उपायों पर चर्चा करने की संभावना है।