उचित कानून व्यवस्था और मुस्तैद प्रशासन होने के बावजूद भी साइबर क्राइम से जुड़े लोगों को ना तो कानून का खौफ है और ना ही कानून की रखवालों का डर ।जिसके चलते वे बेखौफ होकर साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. शायद यही वजह है की लाख एतिहाद के बावजूद भी जिले में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसपर अंकुश लगाना पुलिस प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। जहां अज्ञानता के चलते साइबर क्राइम के मामलो में रोजाना ही इजाफा देखा जा रहा है। ऑनलाइन ठगी के लगातार बढ़ते जा रहे इन्हीं मामलों के बीच खैरलांजी के ग्राम भजियादंड निवासी 24 वर्षीय युवक रवि पिता अर्जुन रहांगडाले के खाते से 37,420 रु की रकम ऑनलाइन गायब किए जाने का एक मामला सामने आया है। जिसमें ठग गिरोह ने दूध व्यापारी रवि कुमार रहाँगडाले को अपना निशाना बनाते हुए उसके एयरटेल पेमेंट बैंक से उक्त रकम उड़ा दी है ।जहाँ ठगी का अहसास होते ही उन्होेंने इसकी लिखित शिकायत कोतवाली पुलिस से की है. वही साइबर सेल में आवेदन देकर मामले की जांच कर, उनके एयरटेल पेमेंट बैंक अकाउंट से काटी गई रकम को वापस दिलाने, और ऑनलाइन ठगी करने वाले व्यक्ति को पकड़कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है।
आते देर नही की अचानक बैंक से कट गई रकम
बताया जा रहा है कि तहसील खैरलांजी के ग्राम भजिया दंड निवासी 24 वर्षीय रवि कुमार पिता अर्जुन रहांगडाले दूध का व्यवसाय करते हैं। जिन्हें किसी खाता धारक ने 15 मार्च की शाम 6:27 बजे, 37,420 का भुगतान किया था जिसका मैसेज बैंक एकाउंट मे बकायदा आया था जिसके करीब तीन घंटे बाद ही रात्रि करीब 9:16 पर उनके अकाउंट में आई 37,420 की राशि अचानक कट गई। फरियादी के मुताबिक ना तो उसने मोबाइल में छेड़छाड़ की है और ना ही किसी लिंक पर क्लिक किया है और ना ही उन्हें किसी प्रकार का ओटीपी आया था। और ना ही उन्होंने किसी को अपना ओपीटी दिया है। बावजूद इसके भी उनके बैंक अकाउंट में आई रकम कट गई है। जिसका बैंक स्टेटमेंट निकाल कर फरियादी ने साइबर सेल में अपना आवेदन प्रस्तुत कर पेमेंट बैंक अकाउंट से काटी गई उनकी रकम को वापस दिलाए जाने की मांग की है।
ना ओपीडी आया ना कोई लिंक, फिर भी कट गई राशि
यदि जनता को प्रौद्योगिकी के फायदे मिले हैं तो उसका नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। इसमें ऑनलाइन ठगी भी शामिल है। तकनीकी संचार के इस युग में आज ज्यादातर कार्य ऑनलाइन हो गए हैं इसीलिए लोग मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग का अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं। संचार के इस युग में हर कोई अपने कार्य को आसानी और कम समय में करना चाहता है। इसलिए लोग पैसों के लेनदेन से लेकर खरीदारी भी ऑनलाइन करने लगे हैं। जैसे-जैसे संचार के साधन बढ़ रहे हैं उसी गति से साइबर अपराध का ग्राफ भी बढ़ने लगा है।आपको बताएगी ठगी के यहा मामले अज्ञानता और जन जागरूकता की कमी के चलते लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिसका खामियाजा लोगों को अपना बैंक अकाउंट खाली कर चुकाना पड़ रहा है। लेकिन भजिया दंड में 15 मार्च को आया यह मामला एकदम विचित्र है प्रार्थी के अनुसार वे दूध का धंधा करते हैं जहां 15 मार्च की शाम उन्हें किसी ने दूध का पेमेंट के रूप में 37,420 रु की ऑनलाइन रकम भेजी थी ,जो रात्रि 9:16 बजे ऑटोमेटिक कट गए। प्रार्थी के अनुसार उन्होंने मोबाइल में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की थी, ना ही किसी लिंक को क्लिक किया था। इसके अलावा उन्हें किसी प्रकार की ओटीपी भी नहीं आई थी, बावजूद इसके भी ऑनलाइन ठग ने उनके एयरटेल पेमेंट बैंक उक्त राशि उड़ा ली है।