याह्या सिनवार की मौत के बाद कौन लेगा उसकी जगह? हमास के ये शीर्ष नेता हैं दावेदार, जानें इनके बारे में

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तेल अवीव: हमास के खिलाफ एक साल से ज्यादा समय से शुरू किए अभियान में इजरायल को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है। इजरायली सैनिकों ने हमास के चीफ और इजरायल के ऊपर किए गए सबसे बड़े हमले के मास्टरमाइंड को मार गिराया। सिनवार की हत्या के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने ‘हिसाब चुकता कर लिया’ है लेकिन चेतावनी दी कि ‘अभी युद्ध खत्म नहीं हुआ’ है। याह्या सिनवार की मौत ने गाजा में युद्ध के भविष्य के बारे में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सवाल यह है कि हमास के नेता के रूप में उसकी जगह कौन लेगा?

माना जाता है कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधकों के बीच समझौते के बीच सिनवार बाधा बना हुआ था। ऐसे में सिनवार की मौत ने बातचीत फिर से शुरू होने के बारे में उम्मीद को बढ़ावा दिया है। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हमास में सिनवार की जगह कौन लेगा। हमास के अगले नेता के लिए ये कुछ प्रमुख उम्मीदवार हैं।


महमूद अल-जहर

द हिल की रिपोर्ट के अनुसार, महमूद अल-जहर हमास के संस्थापक और वरिष्ठ सदस्यों में शामिल है। उसे भी रूढ़िवादी माना जाता है। अल-जहर को साल 2006 में फिलिस्तीनी विधान परिषद (PLC) के लिए चुना गया था। उस साल हमास की चुनावी जीत के बाद समूह के पहले विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। 1992 और 2003 में इजरायल ने उसकी हत्या की कोशिश की थी, लेकिन वह बच गया था।

मोहम्मद सिनवार

याह्या सिनवार का भाई मोहम्मद सिनवार भी उसकी जगह लेने के लिए संभावित नामों में शामिल हैं। उसका उत्तराधिकारी बनना संभवतः याह्या के ही रुख को जारी रखने का संकेत होगा। एक अमेरिकी अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि अगर मोहम्मद को चुना जाता है तो बातचीत पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। एक पूर्व अधिकारी ने उसे अपने भाई के जैसा ही ‘कट्टर विचारधारा’ वाला बताया।

मूसा अबू मरजौर्क

यूरोपीय विदेश संबंध परिषद के अनुसार, मूसा अबू मरजौर्क मुस्लिम ब्रदरहुड की फिलिस्तीनी शाखा को बनाने में मदद की थी, जिसने आगे चलकर हमास का गठन किया। वह हमास के शीर्ष राजनीतिक ब्यूरो में शामिल है। 90 के दशक में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख के रूप में उन पर आतंकी हमलों की फंडिंग करने और संगठित करने में मदद करने का आरोप लगाया था। 1990 के दशक में उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। लगभग दो साल जेल में बिताने के बाद एक समझौते के बाद अमेरिका ने उसे जॉर्डन निर्वासित कर दिया था।

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