भारत ने यूक्रेन के जापोरिज्जिया न्यूक्लियर पॉवर प्लांट के उपयोग हो चुके ईंधन की भंडारण सुविधा के निकट बमबारी पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में यूक्रेन पर ब्रीफिंग के दौरान भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा कि हम दोनों देशों से आपसी संयम बरतने की अपील करते हैं ताकि परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा के लिए कोई खतरा उत्पन्न नहीं हो।
यूएनएससी में यूक्रेन पर ब्रीफिंग के दौरान भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा कि हम इस बात को दोहराना जारी रखते हैं कि वैश्विक व्यवस्था को अंतर्राष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत भी यूक्रेन की स्थिति पर चिंतित है। संघर्ष की शुरुआत के बाद से भारत ने लगातार शत्रुता को तत्काल खत्म करने और हिंसा को समाप्त करने की अपील की है। हम संघर्ष को समाप्त करने के सभी राजनयिक प्रयासों का समर्थन करते हैं।
रुचिरा कम्बोज ने कहा कि हम काला सागर के माध्यम से यूक्रेन से अनाज के निर्यात को खोलने और रूसी खाद्य सामग्री के निर्यात की सुविधा के लिए महासचिव के समर्थन से की गई पहल का स्वागत करते हैं। इन प्रयासों से पता चलता है कि मतभेदों को निरंतर बातचीत से सुलझाया जा सकता है। भारत का ये बयान यूक्रेन के इन आरोपों के बाद आया है कि जापोरिज्जिया न्यूक्लियर पॉवर प्लांट के करीब रूस गोलाबारी कर रहा है। जिससे बहुत बड़ी तबाही की खतरा पैदा हो गया है। कम्बोज ने कहा कि यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा की स्थिति पर भारत लगातार नजर रखे हुए है। अगर परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा को कोई खतरा पैदा होता है, तो इसके नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा पर गंभीर असर होंगे।