कीव: यूक्रेन के राष्ट्ररति वलोडिमीर जेलेंस्की से चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन पर कब्जा हुआ तो रूस के निशाने पर पूरा यूरोप होगा। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यूरोपीय नेताओं से अपनी सुरक्षा स्थिति को मजबूत बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि अब दुनिया सिर्फ अमेरिका पर सुरक्षा के लिए निर्भर नहीं रह सकती है। इसके अलावा जेलेंस्की ने व्लादिमीर पुतिन को एक तानाशाह शासक बताते हुए यूरोपीय महाद्वीप की सीमाओं की रक्षा के लिए एक यूरोपीय सेना के गठन का आह्वान किया है। जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि रूसी राष्ट्रपति को ‘शांति’ से मतलब नहीं है और वो ‘बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं।’ यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का बयान उस वक्त आया है जब अमेरिका ने कहा है कि दुबई में आयोजित यूक्रेन शांति वार्ता में ब्रिटेन समेत यूरोपीय देशों को शामिल नहीं किया जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के फैसले के बाद जेलेंस्की ने कहा है कि, “मैं यूरोप में विश्वास करता हूं। मैं आपसे अपने लिए, अपने देशों के लिए, अपने घरों, अपने बच्चों और हमारे साझा भविष्य के लिए एक साथ काम करने का आग्रह करता हूं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है “हमें अपनी ताकत पर भरोसा करने की जरूरत है ताकि दूसरे लोग यूरोपीय शक्ति का सम्मान करें। मेरा मानना है कि यूरोप की सशस्त्र सेना बनाने का समय आ गया है।”
रूस के खिलाफ यूरोप को एकजुट कर पाएगा यूक्रेन?
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के खिलाफ यूरोपीय देशों से एकजुटता का आह्नान किया है। लेकिन सवाल है कि क्या पहले से ही आर्थिक मुश्किलों में फंसे यूरोपीय देश जेलेंस्की की बातों में आएंगे? जेलेंस्की ने कहा है कि सभी यूरोपीय देशों को फिर से हथियारबंद होना चाहिए और युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आह्वान करते हुए कहा कि “सिर्फ पैसे से दुश्मन के हमले को नहीं रोका जा सकता। यह सिर्फ बजट की बात नहीं है, यह लोगों को यह एहसास कराने की बात है कि उन्हें अपने घर की रक्षा करने की ज़रूरत है।” इसके अलावा जेलेंस्की ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि उनके पास स्पष्ट खुफिया जानकारी है कि रूस इस साल “कठपुतली राज्य” बेलारूस में सेना भेजने की योजना बना रहा है।