यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। ‘बीयरबाइसेप्स’ के नाम से मशहूर रणवीर को रोस्ट शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में अश्लील टिप्पणी करना अब महंगा पड़ रहा है। एक ओर जहां रणवीर और समय रैना समेत 5 लोगों के खिलाफ असम में FIR दर्ज हुई है। मुंबई पुलिस ने शिकायत दर्ज कर सभी 5 यूट्यूबर्स-कॉमेडियंस को समन जारी किया है, वहीं अब संसदीय समिति भी रणवीर अल्लाहबादिया को समन भेजने की तैयारी में है। शिवसेना-उद्धव ठाकरे गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई अन्य सांसदों ने इस बाबत शिकायत की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी मामलों की संसदीय समिति यूट्यूबर के अश्लील कॉमेंट से खासी नाराज है और उन्हें समन भेजने पर विचार कर रही है। इससे पहले प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर पोस्ट करते हुए नाराजगी जताई थी और कहा था कि वह संसद में यह मुद्दा उठाएंगी। इन सब के बीच मुंबई पुलिस की एक टीम रणवीर अल्लाबादिया के वर्सोवा स्थित घर भी पहुंची है, जहां उन्हें समन थमाया गया है।
रणवीर अल्लाहबादिया की माफी नाकाफी!
विवाद गहराने के बाद जहां रणवीर अल्लाहबादिया ने सोमवार को ही वीडियो जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है, वहीं इसको लेकर कानूनी और राजनीतिक संकट गहरा रहा है। उनके और शो में मौजूद चार अन्य- समय रैना, आशीष चंचलानी, अपूर्वा मखीजा और जसप्रीत सिंह के खिलाफ कई असम, दिल्ली और मुंबई में FIR दर्ज की गई है।
रणवीर को देना होगा समिति के सवालों का जवाब
जानकारी के लिए बता दें, सूचना प्रौद्योगिकी (आई-टी) पर एक संसदीय पैनल की संभावित भागीदारी है। कई सांसदों की शिकायतों के बाद, सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थाई समिति कथित तौर पर रणवीर अल्लाहबादिया को पूछताछ के लिए बुलाने पर विचार कर रही है। ऐसा होता है तो उन्हें पैनल के सामने पेश होना और उनकी विवादास्पद टिप्पणियों से संबंधित सवालों के जवाब देने होंगे।
प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- अपमानजनक भाषा स्वीकार नहीं
शिवसेना (यूबीटी) से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने समिति में इस मुद्दे को उठाने की मंशा जाहिर की है, जिसमें कहा गया है कि कॉमेडी कॉन्टेंट के नाम पर अपमानजनक भाषा को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी को भी अनुचित टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। रणवीर अल्लाहबादिया के प्रभाव पर जोर डालते हुए, उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राजनीतिक नेता भी यूट्यूबर के पॉडकास्ट से जुड़े हैं।