सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा अलीशान की मौत के मामले की गुत्थी चार दिन बाद भी नहीं सुलझ पाई है। मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार दोपहर स्टेशन रोड थाना के बाहर सड़क पर धरना देकर नारेबाजी करते हुए एसपी के नाम सीएसपी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मामले की न्यायिक जांच की मांग की गई है।
उल्लेखनीय है कि स्कूल के होस्टल में रहकर कक्षा 11वीं व नन की पढ़ाई कर रही 17 वर्षीय छात्रा अलीशान पुत्री लेब्रियस लोयगा निवासी ग्राम ललाईखामन कोकेरामा जिला सुंदरगढ़ा (उड़ीसा) अपने कमरे में 9 दिसंबर 2021 की रात मृत अवस्था में मिली थी। उसके गले में दुपट्टे से बंधा फंदा लगा हुआ था।
पुलिस ने उसका 11 दिसंबर को माता-पिता के आने के बाद पोस्टमार्टम कराकर शव उन्हें सौंप दिया था। उसके पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी तक पुलिस को नहीं मिली है, जिसके कारण उसकी मौत का कारण पता नहीं चल पाया है। दोपहर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता थाने के बाहर पहुंचे व सड़क पर धरना देकर नारेबाजी करते हुए जांच की मांग करने लगे।
कुछ देर बाद टीआइ किशोर पाटनवाला पहुंचे तो पदाधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाने की मांग करते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारी को ज्ञापन देंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मीटिंग चल रही है, वे वहीं से आ रहे हैं। इसके बाद भी उन्हें ज्ञापन नहीं दिया गया।
कुछ देर बाद सीएसपी हेमंत चौहान पहुंचे व पदाधिकारियों से चर्चा कर धरना समाप्त कर पांच पदाधिकारियों को थाने में चलकर अपनी मांग रखने के लिए कहा। इसके बाद धरना समाप्त किया गया। सीएसपी ने बताया कि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
न्यायिक जांच की मांग
ज्ञापन में कहा गया है कि स्कूल में अवैध रूप से नाबालिक बच्चियों को रखकर जबरन ईसाई धर्म प्रचारक (नन) बनने की शिक्षा दी जा रही है। इसके संबंध में जिला प्रशासन व महिला एवं बाल विकास विभाग को स्कूल प्रशासन ने किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है।
मामले को लेकर स्कूल प्रशासन, केंद्रीय शिक्षा बोर्ड व पुलिस प्रशासन भी सवालों के घेरों में है। नाबालिक छात्रा की रहस्यमयी मृत्यु, माानव तस्करी, शोषण आदि के संबंध में निष्पक्ष न्यायिक जांच की जाए। परिषद के जिला संयोजक कृष्णा डिंडोर, अनुज पोरवाल सहित बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं उपस्थित रही। इस दौरान परिषद के जिला संयोजक कृष्णा डिंडोर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।