मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर जहा एक ओर पिछले 4 दिनों से जारी रसोईया बहनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को समाप्त हो गई। तो वहीं दूसरी ओर रसोईया बहनों के दूसरे संगठन ने अपनी इसी मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। जहां राष्ट्रीय मूलनिवासी बहुजन कर्मचारी संघ और मध्यप्रदेश स्व सहायता समूह संगठन के बैनर तले मध्यान भोजन रसोईया संगठन और आंगनबाड़ी साझा चूल्हा रसोईया संघ ने मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर सोमवार से नगर के बस स्टैंड में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। जहां हड़ताल पर गई रसोईया बहनों ने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की ,तो वहीं उन्होंने अपनी इस प्रमुख मांग को पूरा किए जाने की गुहार लगाई। जहां हड़ताली बहनों ने मांग पूरी ना होने पर आगामी चुनाव में सरकार का तख्तापलट किए जाने की चेतावनी दी है।
जब तक मांग पूरी नही होंगी तब तक चलेगी हड़ताल
मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर सोमवार को नगर के बस स्टैंड में पंडाल लगाकर शुरू की गई इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान ,रसोईया बहनों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। वही सरकार से पूछा कि महज 500 रु मानदेय में रसोईया बहने अपना गुजारा कैसे करें ।हड़ताली रसोईया बहनों ने बताया कि वे बहुत कम मानदेय में अपनी सेवाएं स्कूलों एवं आंगनवाडी यों में खाना बना कर दे रही हैं किंतु अनेकों बार शासन प्रशासन से मानदेय वृद्धि करने के लिए आवेदन निवेदन करने के बाद भी शासन आज तक उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया है। उन्हें आंगनवाड़ी में महज 500 रूपये का मानदेय दिया जाता है वही जो बहने स्कूलों में खाना बनाती है उन्हें महज 2000 रूपये दिया जाता है इसलिए रसोईया बहनों का मानना है कि जिस प्रकार चुनावी वर्ष होने के कारण सभी विभाग अपने अपने स्तर पर धरना प्रदर्शन कर अपनी वेतन वृद्धि एवं अपनी मांगे सरकार से मनावा रहा है एवं सरकार भी सभी की मांगे पूरी कर रही है तो रसोईया बहनें भी चाहती है कि सरकार उन पर भी ध्यान दें एवं उनके भी मानदेय में वृद्धि की जाए।जहां हड़ताल पर गई इन रसोईया बहनों ने मांग पूरी ना होने तक उनकी यह हड़ताल जारी रखने और मांग पूरी ना होने पर आगामी चुनाव में सरकार का तख्तापलट किए जाने की चेतावनी दी है ।
तो सरकार को बदलने का काम करेंगी बहनाएं- देवनाथ पंचेश्वर
रसोईया बहनों द्वारा शुरू की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर की गई चर्चा के दौरान राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संघ ट्रेड यूनियन प्रदेश अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश स्व सहायता समूह संगठन प्रभारी देवनाथ पंचेश्वर ने बताया कि संगठन से जुड़ी सभी रसोईया बहनों द्वारा आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है। आंगनबाड़ी में 500 रु और स्कूलों में 2000 रु का मानदेय लेने वाली रसोईया बहने सरकार को बताना चाहती है कि सरकार उनका शोषण कर रही है और आवेदन निवेदन के बावजूद भी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हमारी मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मांग है कि हमें सम्मानजनक मानदेय दिया जाए, ताकि हम भी उनका सम्मान कर सकें। प्रदेश सरकार एक ओर समस्त संगठनों और कर्मचारियों की महापंचायत बुलाकर उनकी समस्या का समाधान कर रही है, तो फिर रसोईया बहनों की महापंचायत क्यों नहीं बुलाई जा रही है। हमारी मांग है कि सरकार रसोईया बहनों की महापंचायत बुलाए और हमारी समस्याओं का समाधान करें। अब जब तक हमारी यह मांग पूरी नहीं होती तब तक हमारी यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। वही मांग पूरी ना होने पर आगामी चुनाव में सरकार को बदलने का काम रसोईया बहनों द्वारा किया जाएगा।