राजस्थान में एक दिन में 50KM तक चलेंगे राहुल:आज MP बॉर्डर क्रॉस कर पहुंचेंगे; राजे के गढ़ से शुरू होगी आगे की यात्रा

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देशभर में अब तक हुई भारत जोड़ो यात्रा के मुकाबले राहुल गांधी राजस्थान में ज्यादा चलेंगे। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि पिछले कुछ समय में उनकी रोजाना यात्रा की दूरी बढ़ गई है। राहुल अब तक जहां औसतन रोजाना 25 से 30 किलोमीटर का सफर तय कर रहे थे। वहीं, अब राजस्थान में औसतन 35 किलोमीटर चलेंगे। राजस्थान में यात्रा के दौरान कुछ दिन तो ऐसे भी हैं, जहां 1 दिन में 40 से 50 किलोमीटर भी यात्रा करेंगे।

भारत जोड़ो यात्रा आज मध्य प्रदेश का बॉर्डर क्रॉस कर राजस्थान पहुंचेगी। यात्रा की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रभाव वाले जिले झालावाड़ से होगी। राहुल के यहां आने से लोगों में खासा उत्साह है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जिले में कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेता कम ही आते हैं।

कुल 520 किमी. की यात्रा
राजस्थान में राहुल की एंट्री से पहले हमने उनका रूट और उनकी वॉकिंग का दायरा देखा तो पता चला कि राजस्थान में वह 18 दिन में 520 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। इन 18 दिन में से 1 दिन राहुल की राजस्थान में एंट्री का दिन है और 2 दिन यात्रा के विराम के रहेंगे। वह 18 में से 15 दिन चलेंगे। इन 15 दिनों में वह 493 किलोमीटर का सफर तय करेंगे।

राजस्थान-MP बॉर्डर पर नाइट स्टे
4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करने के बाद राहुल राजस्थान-MP बॉर्डर पर ही नाइट स्टे करेंगे। 5 दिसंबर को वह 34.2 किलोमीटर चलेंगे। अगले 14 दिन में राहुल गांधी 485 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। इस हिसाब से औसतन एक दिन का सफर 34.64 किलोमीटर का होगा। आखिरी दिन 21 दिसंबर की सुबह 8 किलोमीटर चलकर हरियाणा में प्रवेश कर जाएंगे।

11 दिसंबर को सबसे ज्यादा 49.6 किलोमीटर चलेंगे
11 दिसंबर को राहुल 49.6 किलोमीटर चलेंगे। इस दिन यात्रा केशवरायपाटन विधानसभा में बाजड़ली फाटक से शुरू होकर बबई के आजाद नगर तक का सफर तय करेगी। इसके अलावा 6 दिसंबर को 42.2 और 19 दिसंबर को 43.9 किलोमीटर का सफर होगा। ये 3 दिन ऐसे होंगे, जब राहुल 40 से ज्यादा किलोमीटर चलेंगे

झालावाड़ भाजपा का गढ़

भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में बीजेपी के गढ़ झालावाड़ जिले से शुरू होगी। यहां की झालरापाटन विधानसभा सीट से राजस्थान में घुसने के बाद यात्रा कोटा जिले में प्रवेश करेगी। फिर बूंदी, कुछ हिस्सा टोंक, सवाई माधोपुर, दौसा और अलवर जिले से होते हुए हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी। बता दें कि झालरापाटन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सीट है।

झालावाड़ की एक भी सीट पर नहीं जीती कांग्रेस
राजस्थान में झालावाड़ ऐसा जिला है, जहां एक भी सीट पर कांग्रेस या निर्दलीय नहीं है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद इस जिले की चारों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। यहां झालरापाटन सीट से जहां खुद वसुंधरा राजे विधायक हैं। वहीं, डग से बीजेपी के कालूराम, खानपुर से नरेंद्र नागर और मनोहरथाना से बीजेपी के गोविंद प्रसाद विधायक हैं।

झालरापाटन में 4 चुनावों से नहीं जीती कांग्रेस
झालावाड़ में यात्रा सिर्फ झालरापाटन सीट से गुजरेगी। यह वो सीट है, जहां 1998 के बाद से कांग्रेस नहीं जीती है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे लगातार 4 बार से यहां से चुनाव जीत रही हैं। पिछले चुनाव में भी राजे लगभग 35 हजार वोटों से चुनाव जीती थीं। इसी तरह डग सीट पर कालूराम लगभग 20 हजार और मनोहर थाना से गोविंद प्रसाद लगभग 22 हजार वोट से जीते थे। सिर्फ खानपुर से नरेंद्र नागर का जीत का मार्जिन 2266 रहा था।

झालावाड़ में यात्रा से कांग्रेस को स्थापित होने की उम्मीद
झालावाड़ से भले ही यात्रा तय रूट के अनुसार निकल रही हो। लेकिन कांग्रेस इसे अपने लिए यात्रा के साथ-साथ राजनीतिक मौके के रूप में भी देख रही है। झालावाड़ में यात्रा के बहाने कांग्रेस खुद को मजबूत कर रही है। 2017 में सचिन पायलट ने बारां से झालावाड़ तक 100 किलोमीटर की यात्रा की थी। उसके अलावा यह क्षेत्र कांग्रेसी नेताओं से अछूता है, जबकि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे यहां 2 बार यात्रा निकाल चुकी हैं।

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