राशन वितरण को लेकर शिकायतें लगातार प्रशासन को मिल रही है। जिन्हें देखते हुए जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी चंद्रभान सिंह जादौन शनिवार को डबरा पहुंचे। जहां उन्होंने राशन की दुकानों की जांच पड़ताल की और स्टॉक का मिलान किया। निरीक्षण के चलते वह बुुजुर्ग रोड़ और बरोठा क्षेत्र में भी पहुंचे। जहां उन्होंने हितग्राहियों से चर्चा की और राशन दुकानों का स्टॉक भी देखा। गौरलतब है कि गिजोर्रा, अररू और बरोठा क्षेत्र में संचालित राशन दुकानों पर हितग्राहियों को पूरा राशन नहीं मिलने की शिकायतें सामने आई थी। जिसे लेकर विभागीय अधिकारी अपनी टीम के साथ पहुंचे। कार्रवाई को लेकर जिला आपूर्ति अधिकारी चंद्रभान सिंह जादौन ने बताया कि राशन दुकानों की जांच पड़ताल की गई है। अगर जांच में कमियां मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
नियमित करें, साथ ही मानदेय भी 18 हजार रुपये किया जाएः पिछले एक जून 2021 से नियमितीकरण और 18 हजार रुपये मानदेय करने की मांग कर रहीं आशा कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी के द्वारा संयुक्त रूप से प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर हड़ताल की जा रही है। हड़ताल के 12 दिन शनिवार को एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर जल्द ही मांगों का निराकरण करने की मांग करते हुए अस्पताल परिसर के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में कोरोना काल की भयावह स्थिति से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे, तभी प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर वर्ष 2005 से निरंतर लोगों को घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचा रही आशा कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी अब सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में डटी हुई है। आशा कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी के द्वारा की जा रही हड़ताल का असर भी अंचल में दिखाई देने लगा है, जहां एक ओर सरकार कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन का विशेष अभियान चला रही है उक्त अभियान में आशा कार्यकर्ता की कमी प्रशासन को स्पष्ट दिखाई दे रही है।