भारतीय महिला रेसलरों में फोगाट बहनों का लोहा दुनिया मानती है अब शेरनी कही जाने वाली दंगल स्टाइल में पक्के दांव लगाने में माहिर गीता-बबीता की चचेरी बहन विनेश फोगाट ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड की हैट्रिक लगाकर नया कीर्तिमान बनाया है। अब विनेश का अगला लक्षय 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों में देश के लिए सोना जीतना ही है। मां ने बेटी विनेश की उपलब्धि पर दूध की लाज रखते हुए देश की शेरनी बताया, वहीं परिजनों व ग्रामीणों ने विनेश की उपलब्धि पर खुशियां मनाई। साथ ही कहा कि रियो की चोट व टोकियो की कमी को अब विनेश 2024 ओलंपिक में सोना जीतकर पूरा करेगी।
रियो और टोक्यो ओलंपिक के बाद वापसी करते हुए विनेश फोगाट ने कॉमनवेल्थ में जबरदस्त वापसी की है। विरासत में मिली रेसलिंग, ताऊ द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट व बहन गीता और बबीता से प्रेरणा लेते हुए दांव-पेंच सीखने वाली विनेश फोगाट ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में बर्मिंघम में आयोजित होने वाले कॉमनवेल्थ खेलों में बेहतर प्रदर्शन करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया है और लगातार हैट्रिक बनाकर रिकार्ड बनाया है। विनेश की सफलता का सफर जारी है और कॉमनवेल्थ गेम्स व एशियन गेम्स दोनों में गोल्ड मेडल जीतने वाली वो भारत की पहली महिला पहलवान हैं।
चरखी दादरी के गांव बलाली में 25 अगस्त 1994 को जन्मी विनेश फोगाट ने 2019 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता और टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनीं थीं। विनेश फोगाट के कॉमनवेल्थ में गोल्ड की हैट्रिक बनाने प परिजनों व उनके गांव के लोगों में खुशी का माहौल है। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित विनेश की उपलब्धि पर ग्रामीणों ने परिजनों संग मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई।
विनेश की मां प्रेमलता ने कहा, ‘बेटी ने दूध की लाज रखी और तीन बार कॉमनवेल्थ खेलों में लगातार गोल्ड जीता है। मैंने बेटी को भारत की शेरनी के रूप में पैदा किया है। अब बेटी ओलंपिक में भी गोल्ड जीतकर दूध की लाज रखेगी।’ वहीं विनेश के कोच और तॉऊ महाबीर पहलवान ने विनेश को भारत के लिए खेलों में सोने की चिड़िया बताया और कहा कि विनेश इस बार ओलंपिक में अपना टारगेट पूरा करेगी। वहीं भाई हरविंद्र व सरपंच अमित सांगवान ने विनेश की इस उपलब्धि को गांव व क्षेत्र के साथ देश की उपलब्धि बताया।