कुछ दिन पहले अस्पतालों में बेड के लिए भटक रहे शहरवासियों के लिए राहतभरी खबर है कि इलाजरत मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है। सिर्फ 16 दिन में यह साढ़े चार गुना कम हो गई। 12 मई को कोरोना के 18 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज शहर में चल रहा था लेकिन अब इनकी संख्या चार हजार के आसपास पहुंच गई है। 56 दिन बाद ऐसा मौका आया है जब शहर में कोरोना के इलाजरत मरीजों की संख्या पांच हजार से कम है। राहत की बात यह भी है कि संक्रमण दर में भी तेजी से कमी आ रही है। शहर की साप्ताहिक संक्रमण दर अब साढ़े 6 प्रतिशत से भी नीचे पहुंच चुकी है।
दो अप्रैल के बाद से पांच हजार से ऊपर चल रही थी
शहर के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना का इलाज करवा रहे मरीजों की संख्या दो अप्रैल 2021 के बाद से ही पांच हजार के ऊपर चल रही थी। दो अप्रैल को विभिन्न अस्पतालों में कोरोना के 4279 मरीज भर्ती थे। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई। 12 मई को तो हालत यह थी कि शहर में इलाजरत मरीजों की संख्या 18 हजार के उपर पहुंच गई। इसके बाद राहत मिलना शुरू हुई। 29 मई को यानी 56 दिन बाद शहर में इलाजरत मरीजों की संख्या पांच हजार से नीचे पहुंची। इस दिन 4279 मरीज भर्ती थे।
66 दिन बाद 500 से नीचे पहुंचा आंकड़ा
संक्रमण दर कम होने के साथ-साथ 24 घंटे के दौरान मिलने वाले नए संक्रमितों की संख्या में भी तेजी से कमी आ रही है। किसी समय रोजाना डेढ से दो हजार नए मरीज मिल रहे थे। 23 मार्च 2021 के बाद से यह संख्या लगातार 500 से ऊपर चल रही थी। 29 मई को 66 दिन बाद यह आंकड़ा पांच सौ से नीचे पहुंचा। इस दिन 8355 सैंपलों की जांच में 473 संक्रमित मिले। यानी संक्रमण दर 5.66 प्रतिशत रही।
यह कहते हैं डॉक्टर
महंगी पड़ सकती है लापरवाही
अच्छी बात है कि शहर में उपचाररत मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। नए मरीजों को आसानी से बेड मिल रहे हैं लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं कि कोरोना खत्म हो गया। हमें इस वक्त अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। लापरवाही महंगी पड़ सकती है। कोरोना कर्फ्यू में राहत मिल भी जाए तो सतर्कता न छोड़ें। मास्क पहनें, शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें और बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें।
– डॉ. रवि डोसी, प्रोफेसर अरबिंदो मेडिकल कालेज इंदौर
क्या करें
– राहत मिलने के बाद भी बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले
– भीडभाड़ वाले, सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें
– घर से बाहर अनिवार्य रूप से मास्क पहनें
– शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें
– टीका लगवाने के बाद भी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन अनिवार्य रूप से करें