भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा नियुक्त प्रशासक ने कर्ज में फंसी रिलायंस कैपिटल के लिए बोलियां जमा करने की समय सीमा बढ़ाकर 25 मार्च कर दी है। आरबीआई ने पिछले वर्ष 29 नवंबर को भुगतान में खामियां और गंभीर शासन मुद्दों के मद्देनजर अनिल अंबानी समूह द्वारा प्रवर्तित रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (आरसीएल) के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि बोली के लिए रूचि पत्र भेजने की अंतिम तिथि 25 मार्च तक बढ़ा दी गई है, जो पहले 11 मार्च थी। इससे पहले सितंबर 2021 में रिलायंस कैपिटल ने अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों को सूचित किया था कि कंपनी का एकीकृत ऋण 40,000 करोड़ रुपए है। वहीं कंपनी का दिसंबर 2021 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरा तिमाही में घाटा 1,759 करोड़ रुपए था। गौरतलब है कि यह तीसरी बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है, जिसके खिलाफ केंद्रीय बैंक ने हाल में ऋणशोधन एवं और दिवालिया संहिता के तहत कार्रवाई शुरू की है।