रुस और यूक्रेन की जंग में यूक्रेन में फंसे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे जिले के 3 छात्र !

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पिछले 2 दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस दरमियान दोनों ही देश एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं वही दोनों की ओर से जारी बमबारी में कई शहर को नुकसान पहुचा रहे हैं। जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव यूक्रेन पर पढ़ रहा है जिस कारण दुनिया भर के तमाम देशों के साथ ही बालाघाट जिले के छात्र जो यूक्रेन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं उनके परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है।

बालाघाट जिले से 3 बच्चे यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए गए थे जो युद्ध छिड़ने की वजह से वही फ़स गए हैं, ऐसे में बच्चों के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट जा टूट चुका है। और सभी लोग भारत सरकार से यूक्रेन में फंसे अपने बच्चों को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं। जिन्होंने भारत सरकार पर संकट की इस घड़ी में किसी भी प्रकार का सहयोग ना करने का आरोप लगाया है।

 इस मुद्दे पर जब अपने बच्चों के परिजनों से बात की तो भटेरा चौकी वार्ड नंबर 2 निवासी ममता गौतम ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी मुस्कान गौतम,  मलाजखंड निवासी प्रगति ठाकरे और एक अन्य छात्रा यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई थी जो युद्ध छिड़ जाने की वजह से वहां फंस गई हैं उनका मुस्कान के साथ लगातार संपर्क हो रहा है लेकिन यह संपर्क कब टूट जाए इसकी कोई गारंटी नहीं है। वही युद्ध छिड़ने की वजह से बच्चों को खाने पीने भारी परेशानी हो रही है।

उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 19 नवंबर को यूक्रेन गई थी युद्ध के हालात को देखते हुए मुस्कान वापस आना चाहती थी लेकिन प्लेन का टिकट किराया बढ़ा दिया गया था जहां 30 हजार रु की जगह उनकी बेटी ने वापस आने के लिए 72 हजार रु का टिकट खरीदा था लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गई । वही टिकट के पैसे भी वापस नही मिल सके । जिसके चलते उनकी बेटी वही फस गई।उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के मामले में भारत सरकार पर लापरवाह होने का आरोप लगाते हुए यूक्रेन में फंसी उनकी बेटी सहित सभी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई है।

 आपको बताएं कि यूक्रेन की हालात काफी ज्यादा गंभीर हो चुकी हैं वहीं एयर बेस पर हमला होने के चलते यूक्रेन में फ्लाइटो का आवागमन बंद है। जहां युद्ध होने के पूर्व ही दुनिया के तमाम देशों ने अपने अपने देश के नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है वहीं भारत के भी कई नागरिक और छात्र-छात्राएं वापस आ चुके हैं लेकिन अभी भी काफी तादाद में भारतीय नागरिक और छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसी हुई है।जिन्हें भारत सरकार वापस लाने में नाकाम रही है जिसके चलते परिजन काफी नाराज हैं जिन्होंने सरकार पर चुनाव में बिजी होने का आरोप लगाते हुए,उनके उनकी बेटी सहित पूरे भारतीय को जल्द वापस लाने और इस पूरे मामले में लापरवाही ना बरतने की बात कही है।

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