अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण कुछ दिनों के भीतर हो सकता है। बिडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, हमारे पास हर संकेत है कि वे रूस यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, बिडेन ने कहा, “पुतिन को फोन करने की मेरी कोई योजना नहीं है। दूसरी तरफ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि मैं अभी न्यूयॉर्क शहर पहुंचा हूं। मैं शांति और सुरक्षा के लिए रूस के खतरे के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करूंगा। हम इस संकट को कूटनीतिक रूप से हल करना चाहते हैं लेकिन रूस द्वारा यूक्रेन पर और आक्रमण करने पर कड़े कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
अमेरिका ने उम्मीद जताई कि रूस यदि यूक्रेन पर हमला करता है, तो नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध भारत उसका साथ देगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बुधवार को बताया कि क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हाल में मेलबर्न में हुई बैठक में रूस व यूक्रेन के मुद्दे पर चर्चा हुई। प्राइस ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन व भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन उन्होंने इस बात पर कुछ भी बोलने से परहेज किया कि काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस (काटसा) को लेकर कोई चर्चा हुई या नहीं।
भारत ने कहा अभी नागरिकों को निकालने की योजना नहीं
यूक्रेन की स्थिति पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अभी वहां से भारतीय नागरिकों को निकालने की कोई योजना नहीं है। मंत्रालय ने कहा है कि अभी कोई विशेष उड़ानें नहीं हैं। हालांकि, एयर बबल व्यवस्था के तहत सीमित संख्या में उड़ानें थीं, उड़ानों और यात्रियों की संख्या पर प्रतिबंध हटा दिया गया था। जब हम कोई एडवाइजरी जारी करते हैं, तो हम उसमें हो रहे घटनाक्रमों के साथ-साथ इस बात का आकलन भी करते हैं कि हम वहां अपने नागरिकों की सहायता कैसे कर सकते हैं। हमारा ध्यान भारतीय नागरिकों, भारतीय छात्रों, भारतीय नागरिकों पर है।