जरूरतमंदों के रात्रि विश्राम के लिए बने रैन बसेरा में रुकने वाले आश्रित और यहां के कर्मचारी इन दिनों खतरा महसूस कर रहे हैंं। दरअसल, यहां लगे विद्युत मीटर की दीवार में सीपेज की समस्या है, जिससे अक्सर लोगों को करंट फैलने का डर बना रहता है। इतना ही नहीं यहां लगे सीसीटीवी कैमरे महीनों से बंद पड़े हैं, जिससे यहां की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हैरानी की बात है कि दीवार में सीपेज और बंद सीसीटीवी कैमरों को सुधारने के लिए कर्मचारी कई बार अपने अधिकारियों को बता चुके हैं, लेकिन इस ओर अब तक किसी भी जिम्मेदार ने पहल नहीं की है।
आपको बता दें कि नगर पालिका ने राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत जरूरतमंदों के लिए आश्रय स्थल यानी रैन बसेरा बनाया था। इस भवन के ऊपरी माले में ही नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी का निवास स्थान है। कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने दीवार में सीपेज की समस्या से कई बार सीएमओ सहित कई अधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। आपको बता दें कि जिस हिस्से में सीपेज हो रहा है, वहां विद्युत मीटर लगा है। दीवार में बिजली के तार भवन के अंदर गए हैं। हैरानी की बात है कि रैन बसेरा के मेन गेट के पास हमेशा पानी टपकता रहता है। विद्युत मीटर और बिजली के तारों के आसपास सीपेज से कभी भी करंट फैल सकता है, जो बड़ी घटना का कारण बन सकता है। इसके अलावा यहां लगे सीसीटीवी कैमरे महीनों से बंद पड़े हैं। जिससे यहां की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सीसीटीवी कैमरों के बंद होने के कारण रैन बसेरा में असामाजिक गतिविधि करने से इनकार नहीं किया जा सकता।
उज्जवल पांडेय, कर्मचारी
आपको बता दें कि रैन बसेरा में महिला और पुरुष के लिए दो अलग-अलग कक्ष बने हैं। पुरुष कक्ष में 12 बिस्तर और महिला कक्ष में 5 बिस्तर लगे हैं। यहां रुकने वालों की जानकारी रजिस्टर में दर्ज की जाती है। सीपेज और सीसीटीवी कैमरे के संबंध में नगर पालिका सीएमओ नितिन चौधरी ने दूरभाष पर बताया कि इस संबंध में जल्द प्रयास किए जाएंगे और सीपेज की समस्या को दूर किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों को सुधारने के लिए भी कहा जाएगा।