रोजगार मेले को लेकर युवाओं में नहीं दिखा उत्साह

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जनपद पंचायत वारासिवनी परिसर में मंगलवार को जिला प्रशासन के निर्देश एवं जिला पंचायत बालाघाट के मार्गदर्शन में आजीविका मिशन बालाघाट के द्वारा रोजगार मेले का आयोजन किया गया यह रोजगार मेला जनपद अध्यक्ष श्रीमती माया उईके उपाध्यक्ष पुष्पा अमूल्य सहित अन्य अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया जिसमें मां सरस्वती और महात्मा गांधी के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात रोजगार मेला प्रारंभ किया गया जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा कंपनियों के स्टालों पर युवाओं ने पहुंचकर रोजगार प्राप्त करने के लिए जानकारियां ग्रहण की जिसमें 87 युवाओं के द्वारा पंजीयन किया गया इस अवसर पर जनपद सदस्य गणमान्य नागरिक सहित जनपद पंचायत वारासिवनी के अधिकारी कर्मचारी व स्टाफ मौजूद रहा।

इस रोजगार मेले को लेकर युवाओं में खासा उत्साह नहीं देखा गया जिसका असर यह रहा कि जॉब रिप्लेसमेंट तो दूर पंजीयन कराने तक महज 87 लोग ही मेले में पहुंच पाए इस दौरान लगाए गए स्टालों में लोगों की भीड़ नहीं दिखी और मेला शांत खाली नजर आया जबकि इस दौरान अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिए जाने के लिए करीब आधा दर्जन से ज्यादा कंपनियों के द्वारा अपने स्टाल लगाए गए थे जहां पर 87 पंजीयन कर्ताओं के द्वारा अपनी रुचि के इंस्टॉल में जाकर जानकारियां एकत्रित कर दस्तावेज जमा किए गए।

शासन प्रशासन के द्वारा सरल तरीके से ग्राम के युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए रोजगार मेले का आयोजन समय-समय पर करवाया जाता है जिसके तहत लगातार नगर के जनपद कार्यालय में यह आयोजन होता है परंतु इसे अब प्रचार प्रसार का अभाव कहे या शासकीय कार्यों की खानापूर्ति करना परंतु सत्य तो है कि बेरोजगार युवा ने घर में बैठना ज्यादा उचित समझाना की रोजगार मेले में आकर स्वयं बेरोजगार से रोजगार प्राप्त होना

पदमेश से चर्चा में दिलीप सिंह गोंड ने बताया कि एन आर एल एम के द्वारा जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला पंचायत के मार्गदर्शन में रोजगार मेले का आयोजन किया गया था जिसमें अपेक्षा के अनुसार युवा वर्ग उपस्थित नहीं हुआ महज 87 लोगों ने पंजीयन करवाया अब यह है कि धूपिया खेती कार्य चालू होने के कारण युवा नहीं आया होगा परंतु हमारे द्वारा व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया गया था श्री गोंड ने बताया कि उक्त मेले में आधा दर्जन से ज्यादा कंपनियां आई है जिनके द्वारा बच्चों को सिलेक्ट किया गया है वहीं यदि कोई बच्चा बाहर नहीं जाना चाहता तो बालाघाट स्थानीय स्तर पर चल रही कंपनियों को भी बुलाया गया है इस प्रकार हर हाथ को रोजगार देने की व्यवस्था की गई है।

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