यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने नई हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल सतान-2 का परीक्षण कर दुनिया को अपनी महाविनाशक ताकत का अहसास कराया है। यह मिसाइल 25 हजार किलोमीटर प्रतिघंटे की तूफानी रफ्तार से हमला करती है। मिसाइल परीक्षण रूस के व्यापक सैन्य अभ्यास का हिस्सा है। रूस के कर्नल जनरल सर्गेई काराकेइव ने कहा कि आरएस-28 सरमत मिसाइल का परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा है। यह इस मिसाइल का दूसरा सफल परीक्षण है। जनरल सर्गेई ने यह नहीं बताया कि इस मिसाइल का परीक्षण कब और कहां पर किया गया। इससे पहले इसी महीने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बारे में कहा गया था कि वह साल के अंत तक अपनी अपराजेय मिसाइल के दूसरे परीक्षण की योजना बना रहे हैं। रूस ने इससे पहले अपनी इस हाइपरसोनिक मिसाइल का जमकर बखान किया था। यह एक मिसाइल ही अपने साथ 15 वारहेड ले जा सकती है और दुश्मन के कई लक्ष्यों को परमाणु बम गिराकर तबाह कर सकती है। रूस इस मिसाइल को साल के अंत तक पूरी तरह से तैनात करने की योजना बना रहा है। यह मिसाइल दागने के मात्र 6 मिनट के अंदर ही ब्रिटेन को तबाह कर सकती है।
पुतिन ने अप्रैल महीने में इस मिसाइल के पहले परीक्षण के बाद कहा था कि यह दुनिया के किसी भी डिफेंस सिस्टम के पकड़ में आए बिना तबाही मचा सकती है। जो ताकतें रूस को धमकाने का प्रयास कर रही हैं, वे अब दोबारा सोचें। इस मिसाइल के पहले परीक्षण के दौरान जारी किए गए वीडियो में नजर आया था कि यह मिसाइल दागे जाने के दौरान आग का विशाल गुबार छोड़ती है। सतान-2 मिसाइल 115 फुट लंबी है। यह मिसाइल मात्र 15 मिनट के अंदर ही पूरे रूस के अंदर यात्रा कर सकती है। मई महीने में पुतिन के बेहद करीबी दमित्री रोगोजिन ने खुलासा किया था कि रूस करीब 50 सतान-2 मिसाइलों का उत्पादन कर रहा है और दुनिया जल्द ही इस मिसाइल को युद्धक ड्यूटी पर देखेगी। उन्होंने दावा किया था कि यह मिसाइल पूरे अमेरिका के आधे तटीय इलाके को तबाह कर सकती है। रूस इस मिसाइल को अपने पूर्वी साइबेरिया स्थित फैक्ट्री में बनाता है। इस फैक्ट्री को ‘डूम्सडे प्लांट’ कहा जाता है।