प्रदेश के मुख्य द्वारा महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए लाडली बहना योजना चलाई जा रही है जिसके फेस टू में भराय जा रहे फार्म में नगर पालिका के 33 वार्डों शिविर में महज 94 ही फॉर्म ही अभी तक भरे गए हैं जबकि इस फेश टू के फॉर्म में 25 जुलाई से भरे जा रहे थे और आज 9 अगस्त तक महज 94 ही फार्म शहर के 33 वार्डों में लगाए गए 17 शिविर में भरे गए हैं
आपको बता दे की शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए लाडली बहना योजना चलाई जा रही है जिसके फेस वन में कुछ ऐसी महिलाओं को अपात्र कर दिया गया था जिनके घरों में ट्रैक्टर है एवं इसमें लड़कियों को भी अपात्र घोषित किया गया था किंतु शिवराज सरकार द्वारा इस योजना में पुनः संशोधन करते हुए लाडली बहना फेस टू में 21 वर्ष से 23 वर्ष तक की लड़कियों को इस योजना में पात्र घोषित किया गया है तो वही जिन महिलाओं के घरों में ट्रैक्टर है उन महिलाओं को भी इस योजना का लाभ देते हुए उन्हें भी इस योजना का लाभ दिलाया गया है किंतु जिस प्रकार से इस योजना का प्रचार एवं इस योजना को जरूरतमंद लोगों को फॉर्म भरना था वह लोग आज भी फार्म नहीं भर पा रहे हैं क्योंकि शहर के लगभग 33 वार्डों में आज महज नगर पालिका द्वारा लगाए गए 17 शिविर में केवल 94 फॉर्म ही अब तक भर गये हैं जबकि देखा जाए तो 25 जुलाई से यह हेतु लाडली बहना योजना के फॉर्म भरे जा रहे हैं जिसके द्वारा नगर पालिका के 33 वार्डों में 17 शिविर लगाए गए हैं एवं इन 17 शिविर में जिन महिलाओं के घरों में ट्रैक्टर है उन्हीं महिलाओं को पात्र बताया गया है एवं जिन महिलाओं के घरों में ट्रैक्टर नहीं है उन महिलाओं को अपात्र करते हुए आवेदन करने की अनुमति नहीं दी गई है जिस कारण से आज लगभग 15 दिनों मे मात्र 94 फॉर्म ही भरे गए हैं एवं वही यह मात्र 20 अगस्त तक ही लाडली बहन योजना फेस टू चलाई जाएगी
जब हमारे द्वारा नगर पालिका की योजना शाखा प्रभारी से इस संबंध में जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया कि नगर पालिका द्वारा पूरे 33 वार्डों में 17 शिविर आयोजित किए गए हैं किंतु शहर में ऐसी बहुत कम पत्र महिला है जिनके घरों में ट्रैक्टर है इस कारण से आज फार्म की संख्या कम भरकर हुई है और यह मात्र 20 अगस्त तक ही शुरू रहेगी उसके बाद लाडली बहन योजना के फॉर्म लेना बंद कर दिए जाएंगे जबकि उन्होंने यह भी बताया कि जिन जो बहनाओं द्वारा शुरू में किसी कारणवश आवेदन नहीं किए गए थे वह बहन है शिविर में बहुत आ रही है किंतु शिविर में महज ट्रैक्टर जिन बहनों के घरों में है उन्हें महिलाओं को पत्र मानते हुए आवेदन लिया जा रहा है इसलिए बहुत कम आवेदन भरे गए हैं