महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की गई है एवं योजना का लाभ लेने के लिए २५ मार्च से आवेदन जमा करने की प्रकिया प्रारंभ हो जायेगी। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के
माध्यम से प्रदेश भर के २३ वर्ष से लेकर ६० वर्ष तक की महिलाओं के खाते में प्रतिमाह १००० रूपये की राशि सम्मान के रूप में दी जायेगी। इस योजना क ा लाभ लेने के लिये प्रदेश सरकार के द्वारा कुछ नियम भी लागू किये गये है जिसमें हितग्राही का बैंक खाता, आधार कार्ड व समग्र आईडी आपस में लिंक होने पर ही योजना के माध्यम से मिलने वाली १००० रूपये की राशि उनके बैंक खाते में आयेगी यदि उनका आधार कार्ड, बैंक खाता व समग्र आई डी आपस में लिंक नहीं होगा तो उन्हें शासन की ओर से मिलने वाली लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा। इसी डर से क्षेत्र की सभी महिलाएं बड़ी संख्या में रोजाना लालबर्रा मुख्यालय स्थित एसबीआई बैंक, सैन्ट्रल बैंक, कियोस्क सेन्टर, ऑनलाईन सेंटर, आधार कार्ड केन्द्रों में अपना समग्र आईडी, आधार कार्ड व बैंक खाते को आपस में लिंक (ई-केवाईसी) करवाने के लिये आ रही है परन्तु समय पर काम नही होने के कारण बैंकों, एमपी ऑनलाईन सेंटरों का चक्कर लगा रही है साथ ही बैंकों व ऑनलाईन सेंटरों के बाहर सुबह से महिलाओं की लंबी कतारे लग रही है। साथ ही कई बार सर्वर डाउन होने के कारण उनका बैंक खाता व आधार एक साथ लिंक नहीं हो पाता है जिससे उन्हें निराश होकर वापस अपने घर लौटना पड़ता है और दूसरे दिन पुन: उसी आस से वे ऑनलाईन सेंटर व बैंक पहुंच रहे है कि शायद आज उनका काम हो जाये परन्तु भीड़ अधिक होने के कारण तीन-चार दिन भी लग रहे है जिससे वे खासा परेशान है।
आपकों बता दे कि सरकार के द्वारा महिलाओं को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के माध्यम से प्रतिमाह १००० रूपये देने की घोषणा की गई है ताकि उन्हे आर्थिक मदद मिल सके परन्तु जिस तरह से प्रदेश की लाड़ली बहनों को समग्र आईडी, खाता नंबर को आधार कार्ड से लिंक (ई-केवाईसी) करवाने के लिए बैंकों व आधार कार्ड सेंटरों का चक्कर लगाना पड़ रहा है जिससे ऐसा लग रहा है कि लाड़ली बहना योजना एक तरह से महिलाओं के लिये आफत बन गई है क्योंकि सरकार के नियमानुसार हितग्राही का बैंक खाता, समग्र आईडी, आधार कार्ड से लिंक होना आवश्यक है। यदि लिंक नहीं है तो पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ नही मिल पायेगा और महिलाएं शासन की योजना का लाभ लेने के लिए प्रात: ८ बजे से अपने सारे कामों को छोडक़र बैंकों व ऑनलाईन सेंटरों में कतारें लगा रही है परन्तु बैंकों में भीड़ होने के कारण उनका काम समय पर नही हो पा रहा है। महिलाओं ने बताया कि शासन के द्वारा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की गई है और यह योजना बहुत अच्छी है परन्तु जिस तरह से समग्र आईडी, खाता नंबर को आधार कार्ड से लिंक (ई-केवाईसी) करवाने कहा गया है जिसके लिए महिलाएं सुबह से बैंक, ऑनलाईन सेंटर व आधार कार्ड केन्द्र पहुंच रही है परन्तु भीड़ होने के कारण तीन से चार दिन लग रहे है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि गांव-गांव में शिविर लगाकर ई-केवाईसी की जाये ताकि महिलाओं को जो परेशानी हो रही है उससे निजात मिल सके।
समग्र आईडी आधार कार्ड से लिंक के ४०-५० रूपये ले रहे है एमपी ऑनलाईन, कियोस्क वाले
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए २३ वर्ष से ६० वर्ष की महिलाओं को समग्र आईडी, खाता नंबर को आधार कार्ड से लिंक (ई-केवाईसी) करवाना आवश्यक है तभी योजना का लाभ मिल सकता है और शासन के द्वारा समग्र आईडी को आधार कार्ड से लिंक करवाने के लिए पंचायत में नि:शुल्क किये जाने के निर्देश दिये गये है परन्तु पंचायतों में उक्त कार्य नही होने के कारण क्षेत्र की महिलाओं को आधार कार्ड सेंटर पहुंचकर अपडेट करवाना पड़ रहा है जिससे आधार केन्द्रों में भी सुबह से भीड़ लग जा रही है और सभी का समग्र आईडी से आधार कार्ड लिंक नही होने के कारण कई महिलाओं को बिना काम निपटाये बैरंग वापस होना पड़ रहा हैै साथ ही ४०-५० रूपये भी लिये जा रहे है।
भुखे प्यासे बैंक व ऑनलाईन सेंटर पहुंच रही महिलाएं
समग्र आईडी, बैंक खाता को आधार कार्ड से लिंक करवाने के लिए क्षेत्रीय महिलाएं भूखे-प्यासे बैंक व ऑनलाईन सेंटर पहुंच रही है परन्तु समय पर कार्य नही होने के कारण उन्हे खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही नगर मुख्यालय के एसबीआई बैंक, सैन्ट्रल बैंक में ग्रामीण महिलाएं खाता नंबर को आधार कार्ड से लिंक करवाने आ रहे है परन्तु उक्त स्थानों पर पीने का पानी एवं बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नही होने के कारण उन्हे खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चर्चा में एसबीआई बैंक लालबर्रा के शाखा प्रबंधक हिमांश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए महिलाएं खाता नंबर को आधार कार्ड से लिंक करवाने के लिए आ रही है जिनसे फार्म जमा करवाकर दो काउण्टर में कार्य किया जा रहा है और प्रतिदिन ४०० से ५०० महिलाओं का आधार कार्ड लिंक किया जा रहा है एवं बैंक में पीने की पानी की व्यवस्था है, गुरूवार को आवेदन जमा करने को लेकर महिलाओं के बीच में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी परन्तु कुछ देर बाद शांत हो गये।