हरदोई में कैदी को डायलिसिस के लिए लखनऊ भेजा गया तो उसने पुलिस के साथ जाने से इनकार कर दिया। पुलिस सोमवार को उसे ले जा रही थी तो कैदी ने हंगामा मचा दिया। पुलिसवालों से कहा- लिखकर दो कि रास्ते में मुझे गोली नहीं मारोगे।
करीब 2 घंटे तक कैदी हंगामा करता रहा। पुलिसकर्मियों ने उसे समझाने की हर कोशिश की, लेकिन वह जाने को तैयार नहीं हुआ। आखिरकार पुलिस कर्मी उसे वापस जिला कारागार ले गई।
कैदी ने कहा- साजिश के तहत लखनऊ रेफर किया गया
कैदी रिजवान ने कहा, ”मुझे लखनऊ साजिश के तहत रेफर किया गया है। योगी की पुलिस रास्ते में ही गोली मारकर उसका एनकाउंटर कर देगी। मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस को जाने कौन सी बूटी सुंघाई है कि वह अब एनकाउंटर कर रहे हैं। जब पुलिस लिख कर देगी कि वह जिस हाल में उसे लेकर जा रही है, उसी तरह सुरक्षित रखेगी, तो ही उनके साथ जाऊंगा।”
कैदी का नाम रिजवान है। उस पर आरोप है कि उसने 2014 में अपनी पत्नी नाजरा बेगम पर घर में तेजाब डाला था। एसिड अटैक से वो गंभीर रूप से झुलस गई थी। रिजवान के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
जमानत पर छूटने के बाद रिजवान फरार हो गया था। इसके चलते अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। 11 महीने पहले अदालत से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस के डर से उसने अदालत में सरेंडर किया था।