भारत और इंग्लैंड की टीमों के बीच लीड्स में सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया इंग्लैंड की स्विंग गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाई और पहली पारी में महज 78 रन बनाकर ढेर हो गई। सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाने के बाद विराट सेना से किसी ने भी इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की थी। लेकिन भारतीय टीम को ऐसी असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है।
ऐसे में पाकिस्तान के दागी कप्तान सलमान बट ने भारतीय बल्लेबाजों को आईना दिखाते हुए कहा है कि भारतीय टीम के 78 रन पर ढेर होने की वजह उनका व्यस्त कार्यक्रम है। भारतीय टीम बुधवार को शुरू हुए तीसरे टेस्ट की पहली पारी में महज 78 रन बनाकर आउट हो गई। यह उसका मौजूदा साल का दूसरा न्यूनतम
टेस्ट स्कोर है। पिछले साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम केवल 36 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी।
ज्यादा क्रिकेट खेलने का पड़ता है दिमाग पर असर
जेम्स एंडरसन ने भारतीय टॉप ऑर्डर को अपनी खतरनाक स्विंग गेंदबाजी के दम पर ध्वस्त कर दिया था। कोई भी बल्लेबाज पिच पर नहीं टिक सका। ऐसे मे बट ने कहा कि भारत को अपनी टीम में रोटेशन पॉलिसी शुरू करनी चाहिए। बट ने कहा, भारतीय टीम बहुत क्रिकेट खेल रही है और उसका पूरा साल व्यस्त है। जब आप बहुत ज्यादा क्रिकेट खेलते हैं तब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप कितने अच्छे क्रिकेटर क्यों न हों, बतौर इंसान कई बार आपका दिमाग काम करना बंद कर देता है। जब आपका कॉन्सन्ट्रेशन लेवल गिरता है तब निश्चित तौर पर आउटपुट में गिरावट आती है। मुझे लगता है कि भारतीय टीम को अपने खिलाड़ियों को रोटेट करना चाहिए।
हद से ज्यादा व्यस्त है टीम इंडिया का कार्यक्रम
सलमान बट ने कहा, आप इस बात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि भारतीय टीम कितनी क्रिकेट खेल रही है। उन्होंने हाल ही में श्रीलंका दौरे पर अपनी दूसरे दर्जे की टीम वनडे और टी20 सीरीज के लिए भेजी थी। यह हद से ज्यादा समझौतों की वजह से हुआ था। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भारतीय खिलाड़ियों में काबीलियत और क्षमता की कमी है। लेकिन वो जरूरत से ज्यादा क्रिकेट खेल रहे हैं। भारत को अपने दो से तीन खिलाड़ियों को हर मैच में रोटेट करना चाहिए। शार्दुल ठाकुर और रविचंद्रन अश्विन को प्लेयिंग इलेवन में वापस आना चाहिए।
भारतीय टीम का कार्यक्रम बेहद व्यस्त है। इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज के खत्म होने के बाद उन्हें कई बड़े टूर्नामेंट में भाग लेना है। आईपीएल का दूसरा चरण यूएई में खेला जाना है इसके बाद यही पर टी20 वर्ल्ड कप आयोजित होना है। भारतीय खिलाड़ियों के पास सांस लेने की भी फुर्सत नहीं है।