चंबल का स्वरूप निरंतर बदल रहा है, बदनामी के दाग को मिटाने के लिए युवा पीढ़ी पूरी इच्छा शक्ति से अपने-अपने क्षेत्र में योगदान दे रही है। शिक्षा, सेना, खेलकूद सहित अन्य कलात्मक विधाओं में युवा जिले की नई पहचान बनाने में जुटे हैं। इसी क्रम में लहार के सुल्तान सिंह पुरा के भगवान सिंह ने लेह-लद्दाख में आयोजित पैंगोंग फ्रोज़न लेक मैराथन 2024 को पूरा किया।
अपनी विषम परिस्थितियों के लिए मशहूर इस मैराथन को ‘विश्व की सबसे ऊंची फ्रोजन लेक मैराथन’ के रूप में मनाया जाता है। यह कार्यक्रम 20 फरवरी को भारी बर्फबारी के बीच, 13,862 फीट की ऊंचाई पर, जहां तापमान -35 से 45 डिग्री सेल्सियस बीच 21 किमी की हाफ मैराथन दौड़ को पूरा किया। वह प्रदेश पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जिसने इस दौड़ का पूरा किया है।
भगवान सिंह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले मप्र के पहले पर्वतारोही हैं। वह वर्तमान में भोपाल में रह रहे हैं। उनके लिए ऊंचाइयों को जीतना कोई नई बात नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के प्रशासन और भारतीय सेना की 14 कोर के सहयोग से एडवेंचर स्पोर्ट्स फाउंडेशन आफ लद्दाख द्वारा आयोजित मैराथन में 21 किमी और 10 किमी श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करते हुए सात देशों के 120 धावकों ने भाग लिया।
20 फरवरी को लद्दाख ाआटोनामस हिल डेवलपमेंट काउंसिल लेह और लद्दाख पर्यटन विभाग के सहयोग से एडवेंचर स्पोर्ट्स फाउंडेशन लद्दाख (एएसएफएल) भारत की पहली 21 किलोमीटर लंबी पैंगोंग फ्रोजन लेक मैराथन आयोजित की गई।
यह दुनिया की सबसे ऊंची फ्रोजन लेक मैराथन के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल की गई। फ्रोजन लेक मैराथन के आयोजन का उद्देश्य स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देना और जलवायु और पर्यावरण के बारे में जागरूकता पैदा करना है।
भगवान सिंह को मिली सफलता को लेकर वाटर स्पोट्र्स के संरक्षक राधेगोपाल यादव, जिला पैरा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष संजीव त्रिपाठी, जिला कयाकिंग कैनोइंग अध्यक्ष सचिव कुलदीप कुशवाह, डा योगेंद्र यादव, जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन अध्यक्ष धर्मेंद्र कुशवाह, पहलवान सुमेर सिंह, खेल शिक्षा विभाग से आनंद द्विवेदी अवध खेमरिया, खेल विभाग से रामबाबू कुशवाहा बृजबाला यादव, माधवी चौधरी, क्रीड़ा भारती से प्रमोद गुप्ता, हर्षित मिश्रा, राहुल यादव, गगन शर्मा सहत अन्य अन्य ने शुभकमानाएं दी हैं।