लोकतंत्र के महायज्ञ में वोट की आहूति नहीं देंगे भाण्डामुर्री के किसान

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नगर मुख्यालय से लगभग १४ किमी. दूर बालाघाट सिवनी जिले की सीमा में स्थित ग्राम पंचायत भांडामुर्री के किसानों के द्वारा मध्यप्रदेश सरकार की झूठी घोषणाओं से आहत होकर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया गया था और किसानों की इस लडाई को गांव के समस्त ग्रामीणों का भी समर्थन प्राप्त हुआ था। कि पूरे ग्राम के लोग १९ अप्रैल को होने वाले लोकतंत्र के महायज्ञ में अपने वोट की आहूति नही डालेगें और राजनीतिक पार्टियों को इस विरोध के माध्यम से एक संदेश देना चाहते थे कि जनता अब पहले की तरह मुर्ख नही रही। वह जाग चुकी है एवं अपने हक की लड़ाई स्वयं लड़ सकते है, राजनेताओं की झूठी घोषणाओं में नही आने वाली है। इस तरह के विरोध से नेता भी किसी तरह की घोषणा करने से बचेंगें क्योंकि यदि उन्होने घोषणा पूरी नहीं की तो उन्हें भी इसी तरह के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। भांडामुर्री के समस्त ग्रामीण व किसान चुनाव के तीन-चार दिन पूर्व तक शत प्रतिशत चुनाव का बहिष्कार करने की बात कहे रहे थे परन्तु प्रशासन का दबाव कहे या फिर राजनीतिक पार्टी का दबाव कुछ ग्रामीणजनों १९ अप्रैल को मतदान करने की बात कहे रहे है परन्तु अधिकांश किसान धान का ३१०० रूपये समर्थन मूल्य नही मिलने से नाराज होकर चुनाव का बहिष्कार करेगें। अब देखना है कि १९ अप्रैल को इस लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर किसान व ग्रामीण मतदान करते है या फिर चुनाव का बहिष्कार करें। पद्मेश की टीम जब १८ अप्रैल को भांडामुर्री पहुंचकर किसान व ग्रामीणजनों से चर्चा की तो अधिकांश किसानों ने कहा कि भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव के पूर्व धान ३१०० रूपये, गेंहू २७०० रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदने की बात की थी परन्तु उक्त घोषणा को पूरी नही की गई है इसलिए भांडामुर्री के अधिकांश किसान चुनाव का बहिष्कार करेगें। वहीं कुछ किसान व ग्रामीणों का कहना है कि गत दिवस प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बालाघाट आये थे तो उस समय उन्होने घोषणा की है कि जून में आने वाले बजट में किसानों को धान का ३१०० रूपये व गेंहू का २७०० रूपये समर्थन मूल्य देने की बात कही है और शासन की अन्य योजनाओं का लाभ हमें मिल रहा है इसलिए हम लोग इस लोकतंत्र के महापर्व में अपनी आहुति डालेगें और मतदान भी करेगें। इस तरह से भांडामुर्री के कुछ किसान चुनाव का बहिष्कार करेगें तो वहीं मजदूर वर्ग व कुछ किसान मतदान करेगें जिससे ऐसा लग रहा है कि भांडामुर्री में अपेक्षानुरूप नही होगा मतदान।

आपको बता दें कि केन्द्र में सरकार बनाने के लिये १९ अप्रैल को पूरे देश में प्रथम चरण का लोकसभा चुनाव होना है जिसकी तैयारी निर्वाचन आयोग के द्वारा भी पूर्ण कर ली गई है। सभी मतदान केंद्र में मतदान दल के अधिकारियों के साथ ही सामग्रियां १८ अप्रैल को पहुंचा दी गई है और १९ अप्रैल को प्रात: ७ बजे से मतदान भी प्रारंभ कर दिया जायेगा। लेकिन लोक तंत्र के इस त्यौहार में बालाघाट विधानसभा की जनपद पंचायत लालबर्रा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भाण्डामुर्री के किसानों ने भाजपा के झूठे वादों से परेशान होकर इस लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था और गत दिवस तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर धान का समर्थन मूल्य ३१०० रूपये एवं गेंहू २७०० रूपये नही मिलने से समस्त ग्रामीण व किसान १९ अप्रैल को होने वाले चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दिये थे। जिसके बाद तहसीलदार एवं सीईओं ग्राम पंचायत भांडामुर्री पहुंचकर ग्रामीणजनों व किसानों को समझाईश दी थी कि यह मांग शासन स्तर से पूरी होगी परन्तु इस लोकतंत्र के महापर्व पर सभी मतदान करें, चुनाव का बहिष्कार न करें परन्तु किसान व ग्रामीणजन अपनी मांगों पर अड़े रहे। मतदान के एक दिन पूर्व १८ अप्रैल को मजदूर वर्ग व कुछ किसानों का कहना है कि हम स्वत्रंत है और इस लोकतंत्र के महापर्व में मतदान करेगें। वहीं अधिकांश किसानों का कहना है कि हम पूर्णत: लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगें। अब देखना है कि भांडामुर्री में १९ अपै्रल को होने वाले चुनाव में कितने किसान व ग्रामीणजन मतदान करते है।

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