वन्य प्राणी भालू के हमले में घायल रामलाल की हालत गंभीर

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लोगूर दक्षिण सामान्य वन परिक्षेत्र के अंतर्गत कोकमा के जंगल में वन्य प्राणी भालू के हमले में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति रामलाल पिता चिरू मरावी 55 वर्ष ग्राम पोलबत्तूर थाना रूपझर निवासी को नागपुर से जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती किया गया है । भालू के हमले में घायल इस व्यक्ति की हालत गंभीर बताई गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रामलाल मरावी खेती और मजदूरी करता है जिसके परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं बताया गया है कि पिछले सोमवार को सुबह रामलाल मरावी ने अपने घर की भैंस जंगल में चरने छोड़ा था और 4:00 बजे करीब रामलाल मरावी अपनी भैंस को लाने के लिए जंगल जा रहा था तभी ग्राम कोकमा समीप जंगल में रामलाल को भालू ने हमला करके गंभीर रूप से घायल कर दिया जिसके सिर और कंधे को भालू ने जख्मी कर दिया था रामलाल किसी तरह वहां से भागा और ग्राम कोकमा समीप ही वह गिर गया और बेहोश हो गया था जिससे ग्राम कोकमा के लोगों ने उठाकर अपने घर ले गए और परिजनों को खबर दिए खबर मिलते ही रामलाल के परिवार के लोग पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना मिलने पर घायल रामलाल को वन विभाग की गाड़ी से ही जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती किया गया था जहां से उसे बेहतर उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज रिफर किया गया रामलाल को बालाघाट से नागपुर जाने के बाद उसे वहां के प्राइवेट अस्पताल ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया दूसरे दिन रामलाल के ब्रेन का ऑपरेशन किया गया।। 2 फरवरी को रामलाल के बाएं कंधे का ऑपरेशन किया गया जिसके बाद रामलाल ने बातचीत करना ही बंद कर दिया और वह बेहोश हो गया। 3 फरवरी को सुबह ग्रीन सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर ने रामलाल की हालत गंभीर होने के संबंध में उसके बेटे कमल मरावी को बताएं । तबकमल मरावी ने पिता रामलाल की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे नागपुर से छुट्टी करा कर जिला अस्पताल लाकर भर्ती किया है जिला अस्पताल बालाघाट में रामलाल की हालत गंभीर बताई गई है।
नागपुर के प्राइवेट अस्पताल में पिताजी के इलाज में 1 लाख

पिताजी के इलाज में 1 लाख रुपए खर्च हुए है, वन विभाग के कर्मचारियों ने बिल देने पर रुपए दिलवाने कहे है-बेटा कमल मरावी

कमल मरावी ने बताया कि सोमवार को उसका पिता 4 बजे भैंस लाने के लिए जंगल गया था। जंगल में रीछ ने हमला कर दिया। जिसे वन विभाग की गाड़ी से जिला अस्पताल लाकर भर्ती किए थे। यहां से उसे पिताजी को मेडिकल कॉलेज रिफर किया गया था। हम लोगों ने अच्छे इलाज के लिए पिताजी को ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में भर्ती किए थे। दूसरे दिन ही पिताजी के ब्रेन का ऑपरेशन किया गया। उस समय उसे पिताजी की हालत कुछ ठीक थी ।किंतु 2 फरवरी को कंधे का ऑपरेशन करने के बाद पिताजी की हालत खराब हो गई और उसने बोलना बंद कर दिया। डॉक्टर ने बताएं कि पिताजी की हालत खराब है तब हमने पिताजी को वहां से छुट्टी करा कर जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती किए। कमल मरावी ने बताया कि यहां से जब पिताजी को नागपुर ले गए थे तब वन विभाग के 2 कर्मचारी भी साथ में आए थे। वन विभाग द्वारा अभी तक 12, 13 हजार रुपए इलाज के लिए दिए गए। उसके पिताजी के इलाज में अभी तक 1लाख खर्च हो गए हैं। विभाग के कर्मचारियों ने प्राइवेट अस्पताल का बिल देने पर विभाग से रुपए दिलवाने के लिए बोले हैं।

रामलाल के उपचार में जितने भी पैसे खर्च हुए हैं विभाग द्वारा दिया जाएगा- भेजनलाल गौतम परिक्षेत्र सहायक खारा

भेजन लाल गौतम परिक्षेत्र सहायक खारा ने बताया कि सूचना मिली थी कि रामलाल को भालू ने हमला कर दिया है। एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती किए। जहां से उसे मेडिकल कॉलेज नागपुर रिफर कर दिया गया था ।परिवार वालों ने उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किए जहां पर दूसरे दिन उसके सिर का ऑपरेशन किया गया और हाथ का ऑपरेशन होने के बाद वह बेहोश हो गया है उसकी हालत ठीक नहीं है। विभाग तरफ से 5000 रुपये के अलावा करीब 10,12 हजार रूपये उपचार के लिए दिया गया है। उसके बेटे ने 1 लाख रुपये खर्च होना बताया है। बिल देने पर विभाग की योजना के तहत क्लेम बनाया जाएगा और उपचार में जितने भी पैसे खर्च हुए हैं विभाग द्वारा दिया जाएगा।

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