लामता थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत भालेवाड़ा के ग्राम चिचोली के समीप जंगल में एक व्यक्ति की लाश पेड़ में फांसी पर लटक हुए ग्रामीणों ने देखा है। जिसकी जानकारी परिजनों और लामता पुलिस को दि गई। सूचना मिलते ही लामता पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान दयाल सिंह पिता टेकनसिंह परते 52 वर्ष ग्राम चिचोली निवासी के नाम से की गई जिसकी जेब से सुसाईट नोट भी पुलिस ने जप्त किया जिसमें उसने वन विभाग के कर्मी द्वारा प्रताड़ना से तंग आकर आकर आत्महत्या करने का कारण लिखा है। परिजनों के आपत्ती पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची
प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 दिसंबर को वन विभाग की टीम ने दो आरोपीयों के पास से चीतल व पैंगोलिन की खाल जप्त कर कार्यवाही की थी, उसमें अन्य दो फरार थे।जिनमे एक आरोपी दयाल सिंह परते चिचोली निवासी था। 5 दिसंबर से ही दयाल सिंह अपने घर से लापता था जिसकी परिजनों द्वारा तलाश की जा रही थी 7 दिसंबर को 11:00 बजे करीब दयाल सिंह के खेत समीप जंगल के पेड़ में एक व्यक्ति की फांसी पर लटकी लाश देखी गई जिसकी पहचान दयाल सिंह के नाम से की गई जिसके द्वाराआत्म हत्या कर ली गई ।दयाल सिंह के द्वाराआत्महत्या की जानकारी लगते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन परिजन एवं ग्रामीणों ने लामता पुलिस को दयाल सिंह की लाश पेड़ से निचे उतारने पर आपत्ति लगाई। की और कहा कि वन विभाग द्वारा चीतल के मांस को लेकर बार-बार दयालसिंह के घर जाकर उसे प्रताडि़त किया गया, जबकि मृतक के घर में वन विभाग के जांच के दौरान कुछ बरामद नही हुआ था उसके बावजूद भी प्रताडि़त करने के कारण मृतक ने फांसी लगाया है। इसलिए समस्त वन विभाग की अधिकारी कर्मचारी घटना स्थल नही पहुँचते तब तक शव निचे नहीं उतारा जायेगा। जिसके पश्चात मौके पर उपवन मंडला अधिकारी प्रशांत साकरे और पूर्व विधायक मधु भगत सहित लामता पुलिस भी मौके पर पहुंची। जिसके बाद दयाल सिंह की पेड़ में फांसी पर लटकी लाश नीचे उतरवाई गई। जिसकी जेब से एक सुसाइड नोट पुलिस ने जप्त किया जिसमें उसने व कर्मियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का उल्लेख किया है। उपनिरीक्षक संजीव दीक्षित ने मृतक दयाल सिंह की लाश पंचनामा कार्रवाई पश्चात पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया और आगे मर्ग कायम कर जांच शुरू की है