नगरवासियों को शुद्ध हवा मिल सके ऐसे दो स्थान नगर में एक तो डेंजर रोड और दूसरा बजरंग घाट है इनमें रोजाना ही नगर के लोग सुबह शाम टहलने के लिए मॉर्निंग इवनिंग वॉक करने के लिए जाते हैं। यह लोगो के रोजाना के क्रियाकलाप में शामिल हो गया है, पिछले कुछ माह से बजरंग घाट में आने वाले लोग वहां उड़ने वाली धूल के कारण परेशान देखे जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि यहां बजरंग घाट के अंदर दोपहिया चौपहिया वाहन प्रवेश करने से वहां बहुत प्रदूषण फैल रहा है, इसके कारण शुद्ध हवा लेने के लिए आने वाले लोग शुद्ध हवा से ही वंचित हो रहे हैं।
आपको बताये कि नगर के बजरंग घाट क्षेत्र में घूमने जाने वाले लोग रेलवे लाइन को पार करते हुए जाते हैं, कुछ माह पूर्व वन विभाग द्वारा बजरंग घाट स्थित रेलवे लाइन पर गेट को पूरी तरह बंद कर दिया गया था ताकि वाहन अंदर प्रवेश न करें। यह गेट काफी समय तक बंद रखा गया था लेकिन कुछ लोगों द्वारा गेट खुलवाने के संबंध में मांग किए जाने के कारण वन विभाग को इस गेट को खुलवाना पड़ा था।
गेट खुलवाने के पीछे कारण यह भी है कि बजरंग घाट में एक मंदिर है जहां कुछ लोग रोजाना ही जाते हैं रेलवे पटरी से मंदिर की दूरी अधिक होने के कारण वृद्धजनों को मंदिर तक जाने में तकलीफ होती है, यही कारण है कि गेट को पूरी तरह खुलवाया गया था। वहीं दूसरी ओर समस्या उन लोगों को हो रही है जो यहां बजरंग घाट में सिर्फ शुद्ध हवा लेने के लिए ही जंगल में टहलने के लिए आते हैं। इनमें अधिकांश उम्रदराज लोग होते हैं तथा कई लोग ऐसे होते हैं जो स्वास्थ्य पर बहुत ध्यान देते हैं तथा दिन भर के कामकाज से थक कर शाम को शुद्ध हवा लेने जाते हैं वहीं कई युवक लोग दौड़ भी लगाते हैं। उन सभी लोगों द्वारा बजरंग घाट में अंदर वाहनों के भ्रमण पर आपत्ति जताई जा रही है।
बजरंग घाट में घूमने आने वाले लोगों का कहना है कि वे लोग बजरंग घाट सिर्फ इसीलिए आते हैं कि शुद्ध हवा ले सके, लेकिन जिस प्रकार से वाहन बजरंग घाट में अंदर प्रवेश करते हैं उन वाहनों के कारण धूल बहुत उड़ती है उससे बजरंग घाट में प्रदूषण फैल रहा है, इससे वे लोग शुद्ध हवा नहीं ले पाते। वाहनों की धमाचौकड़ी के कारण ही बजरंग घाट जैसे क्षेत्र में भी काफी धूल हो गई है वन विभाग द्वारा इस पर ध्यान देते हुए बजरंग घाट में अंदर वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगाया जाना चाहिए।
वही इसके संबंध में मोबाइल पर चर्चा करने पर दक्षिण सामान्य वनमंडल के एसडीओ ने बताया कि बजरंग घाट के रेलवे लाइन पर जो गेट है उसे पूर्व में बंद रखा गया था लेकिन कुछ राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों द्वारा दबाव बनाते हुये उस गेट को खुलवाया गया था। यह बात सही है वाहनों के अंदर जाने से काफी धूल उड़ती है इस पर कोई लिखित में शिकायत करते हैं तो वन विभाग द्वारा उस पर ध्यान देते हुये वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार उचित निर्णय लिया जाएगा।