विजयपुर से भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, कुछ दिन पहले पिपरानी में उनके बेटों ने वनचौकी में घुसकर वनकर्मियों की मारपीट की थी। अब बड़े बेटे धनराज की पत्नी ने ससुरालवालाें पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और दहेज नहीं देने पर पति की 4 मई को दूसरी जगह शादी कराने का आरोप लगाया है। विधायक की बहू ने महिला थाने में अावेदन देकर शादी रुकवाने की मांग करते हुए ससुरालपक्ष पर कार्रवाई की मांग की है। इधर विधायक आदिवासी का कहना है, कि बहू पागल है, आए दिन विवाद करती रहती है। हालांकि मंगलवार को वह बहू से बातचीत कर मामला सुलझाने का प्रयास करेंगे।
यह है पूरा मामला
महिला थाने में आवेदन देते हुए विधायक सीताराम आदिवासी की बहू कृष्णा पत्नी धनराज ने बताया कि ससुरालवाले दहेज की मांग करते हैं। करीब 7 महीने पहले पति और सास इमरती बाई, नानी सास गुलो बाई, जिठानी विशाखा पत्नी रामकैलाश आदिवासी निवासी पिपरानी ने उसकी मारपीट की थी। इससे वह अपने मायके महू-कटापुरा चली गई। बहू कृष्णा के मुताबिक मायके जाने के बाद पति या अन्य कोई उसे लेने के लिए नहीं आया हूं। जबकि अगर कोई मायके उसे लेना आता तो वह खुशी-खुशी चली जाती। 2 दिन पहले उसे पता चला कि ससुर उसके पति की दूसरी शादी कुरकुटा गांव में 4 मई को कराने वाले हैं। इसलिए वह रविवार को ससुराल पिपरानी गई तो ससुर बाहर वाले कमरे में लेटे हुए थे। जबकि अंदर जाने पर सास ने हाथ पकड़कर उसे बाहर निकाल दिया। बहू कृष्णा का आरोप है, कि दूसरी शादी करने से पहले पति ने उसे तलाक भी नहीं दिया है। ऐसे में वह दूसरी शादी कैसे कर सकते हैं।
माता-पिता के साथ महिला थाने में दिया आवेदन
विधायक की बहू कृष्णा का आरोप है, कि उसके ससुर राजनीति पहुंच वाले हैं। जब उसने पुलिस की धमकी दी तो ससुर ने कहा कि तुम चाहे जिस थाने में चली जाओ हमारा कुछ नहीं होगा। बरहाल कृष्णा ने महिला थाने में आवेदन देकर पति धनराज की 4 मई को होने वाली शादी रुकवाने और ससुरालपक्ष पर कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को विधायक की बहू अपनी मां कती बाई और पिता सुरेश आदिवासी के साथ महिला थाने पहुंची थी।
वर्जन
बहू ने महिला थाने में आवेदन दिया है, इसकी जानकरी मुझे मिल गई है। बहू खुद ही झगडकर छह-सात महीने से मायके में रह रही है। मंगलवार को मैं बहू से बातकर मामला सुलझा लूंगा।