वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न मांगे पूरी ना होने से जहां एक ओर पटवारी संघ खासा नाराज है। तो वही उनकी विभिन्न समस्याओं का निराकरण भी अब तक शासन प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है। जिस पर अपनी नाराजगी जताते हुए
मध्यप्रदेश पटवारी संघ द्वारा पटवारियों की विभिन्न मांगों और समस्याओं के निराकरण को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय मे एक ज्ञापन सौपा गया। जिसके माध्यम से उन्होंने पटवारियों की विभिन्न मांगों और समस्याओं का त्वरित निराकरण किए जाने की गुहार लगाई पटवारियों का आरोप है कि इसके पूर्व भी शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर उनकी विभिन्न मांगों और समस्याओं का निराकरण किए जाने की मांग की गई है बावजूद इसके भी उनके आवेदन निवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है । जिसके चलते समस्त पटवारी काफी परेशान हैं । जिन्होंने आज एक बार फिर ज्ञापन सौंपकर शासन- प्रशासन से उनकी मांगों का निराकरण किए जाने की गुहार लगाई है।
ज्ञापन लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे म.प्र पटवारी संघ अध्यक्ष अरूण बिरनवार ने बताया कि पी.एम किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन का मानदेय भुगतान 18 रूपये प्रति खाता निर्धारित है जो अब तक नहीं मिला है। शीघ्र मानदेय की राशि दिलाई जावे, लाड़ली बहना योजना कार्य से पटवारियों को मुक्त रखा जाए। स्थानांतरित पटवारियों को भार मुक्त किया जाए ,सी.एम हेल्प लाईन के दबाव से मुक्त रखा जाए, म.प्र शासन द्वारा नवाचार के रूप में प्रदेश पटवारी की वार्षिक गोपनीय चरित्रावली सारा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाईन लिखे जाने की व्यवस्था वर्ष 2020 में प्रारंभ की थी लेकिन विगत तीन वर्षो से सीआर नहीं लिखी जा रही है। सीआर के अभाव में पटवारियों का समयमान वेतनमान, पदोन्नति एवं क्रमोन्नति के लिए परेशान होना पड़ रहा है। विभिन्न संगणनाओं के बकाया मानदेय का भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन पटवारी साथियों ने सीपीसीटी परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है उनका स्थायीकरण किया जाए, उनका इन्क्रीमेंट लगाया जाकर एरियर्स की राशि दिलाई जाने सहित अन्य मांगें शामिल है। इन मांगों को लेकर भी पहले भी आवेदन निवेदन किए जा चुके हैं लेकिन शासन प्रशासन उनके इन आवेदन निवेदन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है । जिसके चलते पटवारियों को आर्थिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।इस दौरान म.प्र पटवारी संघ अध्यक्ष अरूण बिरनवार, सचिव महेन्द्र तिवारी सहित पटवारी संघ के अन्य पदाधिकारी सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।