अखिल भारतीय लोधी महासभा के तत्वाधान में १६ अगस्त को वीरांगना रानी अवंतीबाई की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। यह कार्यक्रम रानी अवंतीबाई स्टेडियम में हुआ। जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष मोतीराम नगपुरे, मानिक नगपुरे, पूर्व नपाध्यक्ष विवेक पटेल, पार्षद संदीप मिश्रा, ज्ञानप्रकाश पटेल, अनिल पिपरेवार, गुडडू उर्फ सुदेश सोनी सहित महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित हुये। इस दौरान आजादी की प्रथम महिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रानी अवंती बाई लोधी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर माल्र्यापण किया गया। तत्पश्चात पीएल लिल्हारे के हस्ते ध्वजारोहण किया गया वही इसके पूर्व तिरंगे ध्वज का ध्वजारोहण भी हुआ। जिसके बाद समाज से जुड़े सभी लोगों ने वीरांगना रानी अवंतीबाई के छायाचित्र पर माल्र्यापण कर उनकी वीर गाथा को याद किया और उनके बताये गये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
पद्मेश से चर्चा करते अखिल भारतीय महासभा ब्लॉक अध्यक्ष मोतीराम नगपुरे ने बताया कि हम वीरांगना रानी अवंतीबाई की जयंती पर्व मना रहे है और इनका बलिदान दिवस नगर में २० मार्च को बाईक रैली निकालकर इनके शौर्य की गाथा को बताकर भव्य रूप से आयोजित किया जायेगा। हम चाहते है कि सर्व समाज की बेटियां वीरांगना रानी अवंतीबाई के मार्ग पर चलकर आत्म निर्भर बने। आजादी के इतिहास में रानी अवंतीबाई का अहम योगदान है जिसे लोधी समाज ही नही अपितु अन्य समाज भी कभी भुला नही सकता और इन्होने अंग्रेजों के खिलाफ जो लड़ाई लड़ी थी वो निर्णायक लड़ाई थी।
इसी तरह समाज के रेखलाल नगपुरे ने बताया कि वीरांगना रानी अवंती बाई ने अपने पति के देहांत के बाद राजकाज की सम्पूर्ण जिम्मेदारी संभालते हुये अंगे्रजों के खिलाफ उन्हे खदेडऩे के लिये आंदोलन चलाया था। उन्होने घुघरी, बिछिया को जहां अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराया वही जबलपुर को भी मुक्त कराने के लिये उन्होने भरसक प्रयास किया। ऐसी वीरांगना रानी अवंतीबाई सभी समाज के लिये प्रेरणा स्त्रोत है।