शंकर महादेवन के सुरों से सजेगा उज्जैन में कालिदास समारोह

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अखिल भारतीय कालिदास समारोह में रंग जमाने इस साल मुंबई के प्रसिद्ध पार्श्वगायक शंकर महादेवन आएंगे। वे 16 नवंबर को शाम सात बजे कालिदास अकादमी परिसर में बनाए जाने वाले खुले मंच पर गायन प्रस्तुति देंगे। उन्होंने समारोह में आने को सहमति दे दी है। फिल्म अभिनेत्री और कथक नृत्यांगना हेमा मालिनी का आना निरस्त हो गया है। कालिदास संस्कृत अकादमी के प्रभारी निदेशक डा. संतोष पंड्या ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि संस्कृति संचालनालय ने उज्जैन में 15 से 21 नवंबर तक होने वाले सात दिवसीय अखिल भारतीय कालिदास समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम व कलाकारों के नाम पर मंगलवार को मुहर लगा दी है। उद्घाटन व समापन समारोह के अतिथि तय नहीं हो पाए हैं, जिससे आमंत्रण कार्ड प्रकाशन का काम भी अब शुरू नहीं हो पाया है। कालिदास स्मरण समिति द्वारा समारोह के तारतम्य में संस्कृत श्लोकपाठ प्रतियोगिता 13 एवं 14 नवंबर को सिंहपुरी में आयोजित की जाएगी।

कार्यक्रम : समारोह में होगी अनेक कलाकारों की प्रस्तुति

14 नवंबर : कलश यात्रा रामघाट से सुबह 7.30 की बजाय 10 बजे निकलेगी। शाम सात बजे पं. सूर्यनारायण व्यास संकुल में नांदी कार्यक्रम अंतर्गत रायपुर के कबीर भजन गायक पद्मश्री भारती बंधु और उज्जैन के ध्रुपद गायक मनोज सर्राफ की प्रस्तुति।

15 नवंबर : शाम को समारोह का उद्घाटन होगा। इसके बाद संस्कृत नाटक मालविकाग्निमित्रम् का मंचन झांसी की बुंदेलखंड नाट्यकला समिति द्वारा किया जाएगा। इसका निर्देशन कृपांशु द्विवेदी करेंगे। उज्जैन की ऋतु शर्मा कथक प्रस्तुति देंगी।

17 नवंबर : विजेंद्र वर्मा के निर्देशन में हिंदी नाटक सम्राट विक्रमादित्य का मंचन उज्जैन की श्री विशाला सांस्कृतिक संस्था द्वारा किया जाएगा।

18 नवंबर : कृष्णा वर्मा के निर्देशन में मालव लोककला केंद्र द्वारा लोक नाट्य माच महाकवि कालिदास का मंचन होगा। उज्जैन की मयूरी सक्सेना शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति देंगी।

19 नवंबर : सुचित्रा हरमलकर एवं समूह इंदौर द्वारा नृत्य नाटिका वीरांगना का मंचन किया जाएगा। इंदौर की ही मुद्रा बेंद्रे कथक प्रस्तुति देंगी।

20 नवंबर : शोभा बेनर्जी एवं समूह नई दिल्ली द्वारा ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी शाम उज्जैन की पलक पटवर्धन के निर्देशन में धन्य अवंतिके नृत्य नाटिका का मंचन किया जाएगा।

21 नवंबर : भोपाल के संजय द्विवेदी के निर्देशन में संस्कृत बैंड धुरवा का वादन होगा। इसी शाम सिंधु प्रवाह उज्जैन द्वारा सिंधी नाटक साधु सुंदरी का मंचन।

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