शक्कर की चासनी से तैयार की जा रही बताशे की माला

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लालबर्रा नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में होली पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिये व्यापक तैयारियां जोरों पर जारी है। होली पर्व के मौके पर धार्मिक परंपराओं के अनुसार शक्कर की चासनी से बनाई जाने वाले बताशे की माला का विशेष महत्व होता है जिसमें रंग-गुलाल के साथ-साथ बताशे की माला एक-दूसरे को भेंट दी जाती है जिससे रिश्तों में मिठास आती है।

होली पर्व के मद्देनजर बताशें की माला को तैयार करने का कार्य नगर मुख्यालय के गुजरी बाजार में वर्षोंसे अपने पुस्तैनी कार्य से जुड़े परिवारों के द्वारा युध्द स्तर पर किया जा रहा है।

पद्मेश न्यूज़ की टीम ने २४ मार्च को साप्ताहिक बाजार के दिन जब गुजरी बाजार का जायजा लिया तो पाया कि बताशे बनाने वाले कारीगरों के द्वारा शक्कर की चासनी से माला बनाई जा रही थी जिसमें दो-दो, तीन-तीन के समूह में महिला कारीगरों के द्वारा विशेष सांचे में चासनी को डालकर माला तैयार की जा रही थी।

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