ग्राम पंचायत कोथुरना के लक्ष्मी स्वसहायता समूह ने इसी ग्राम में संचालित सागर स्वसहायता समूह पर आरोप लगाते हुये इसकी की शिकायत जिला पंचायती सीईओ, जनपद पंचायत खैरलांजी व बीआरसी को की है। लक्ष्मी स्वसहायता समूह में कार्यरत महिलाओं का कहना है कि साठगॉठ कर एक ही सागर स्वसहायता समूह को मध्यान्ह भोजन की जबावदारी शिक्षा विभाग व जनपद विभाग ने दे दी है। जिससे बच्चो को न तो समय पर भोजन मिल पा रहा है ना ही यह भोजन गुणवत्ता युक्त है। लक्ष्मी स्वसहायता समूह का कहना है कि ग्राम पंचायत कोथुरना में दो शासकीय व दो आंगनबाड़ी केन्द्र है मगर हमे मध्यान्ह भोजन बनाने का आर्डर नही दिया गया है। हम चाहते है कि सागर स्वसहायता समूह के पास एक स्कूल व एक आंगनबाड़ी का मध्यान्ह भोजन बनाने व एक स्कूल व एक आंगनबाड़ी केन्द्र का मध्यान्ह भोजन बनाने का आदेश हमे दिया जाये।
पदमे्श को जानकारी देते हुये स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बिसेन ने बताया कि हमारे द्वारा सिर्फ यह मांग की जा रही है कि एक ही सागर स्वसहायता समूह को २ शासकीय स्कूल व २ आंगनबाड़ी केन्द्र में मध्यान्ह भोजन बनाने की जबाबदारी दी गई है। जिससे बच्चो को समय पर भोजन नही मिल पा रहा है। हम चाहते है कि १ आंगनबाड़ी केन्द्र व एक स्कूल में वे भोजन व्यवस्था संभाले और १ स्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्र में हम भोजन व्यवस्था करे। इसी बात को लेकर हमारे द्वारा जिला पंचायत सीईओ, जनपद पंचायत सीईओ, बीईओ व बीआरसी को ज्ञापन सौंपकर अपनी यह मांग को रखा है। हमारा उद्देश्य किसी से कोई कार्य छिनने का नही है। सभी स्वसहायता समूह में करीब १५ से २० महिलाऐं शामिल रहती है। जिनके परिवार समूह से होने वाली आये पर आश्रित रहते है।
श्रीमती बिसेन ने बताया कि सागर स्वसहायता समूहकी अध्यक्ष रीना साहेबलाल बिसेन एक अतिथी शिक्षिका भी है जो घोटी माध्यमिक शासकीय स्कूल में पढ़ाने जाती है। ऐसे में २ शासकीय व २ आंगनबाड़ी केन्द्र पर समय पर भोजन न मिलने के कारण बच्चो को काफी परेशानी हो रही है। बस हमारी यह मांग है कि एक स्कूल एक आंगनबाड़ी सागर स्वसहायता समूह को और एक आंगनबाड़ी व एक स्कूल हमे दिया जाये जिससे बच्चो को समय पर भोजन प्राप्त हो सके।
वही पदम्ेश को जानकारी देते हुये प्रेमलता सोलंकी ने बताया कि वे एक पालक के रूप में आयी है। उनकी बच्ची को न तो आंगनबाड़ी में न तो स्कूल में स्वादिष्ट भोजन मिल पा रहा है। प्रतिदिन एक ही तरह का भोजन मिल रहा है जबकि शासन के निर्देशानुसार हर दिन बदल बदल के मध्यान्ह भोजन दिया जाना चाहिये मगर जो भोजन मिल रहा है वो भी गुणवत्ताविहीन है। ऐसे में हम चाहते है कि एक ही स्वसहायता समूह के पास ४ जगह के मध्यान्ह भोजन की जबावदारी न रहे। हमारी शासन प्रशासन से मांग है कि १ स्कूल व १ आंगनबाड़ी केन्द्र का मध्यान्ह भोजन सागर स्वसहायता समूह बनाये व १ आंगनबाड़ी व स्कूल का भोजन लक्ष्मी स्वसहायता समूह को दिया जाये।
अपने ऊपर लग रहे आरोप के संबंध में सागर स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती रीना बिसेन ने दूरभाष पर बताया कि में १५ वर्ष से समूह चला रही हूॅ। मेरा अकेला समूह पंजीकृत था और लक्ष्मी स्वसहायता समूह मेरे द्वारा तैयार किया गया है जो ३ माह पुराना है। हमारे द्वारा गुणवत्तायुक्त भोजन परोसा जाता है। हमे शासन ने कार्य दिया गया है जिसे पूर्ण निष्ठा के साथ किया जा रहा है।