बैहर पुलिस ने श्यामलाल वरकडे 30 वर्ष ग्राम नारना निवासी की हत्या करने के आरोप में लालसिंह वरकडे को गिरफ्तार कर लिया। 18 सितंबर को 10:00 बजे करीब ग्राम नारना में इस आरोपी ने आपसी रंजीत के चलते श्यामलाल वरकड़े को लाठी से सिर में मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसकी जिला अस्पताल बालाघाट में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। बैहर पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी लालसिंह मरावी को बैहर की अदालत में पेश कर दिये जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में उपजेल बैहर भिजवा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्यामलाल वरकड़े के परिवार में उसकी मां और पत्नी श्यामा बाई वरकड़े रहते हैं। उसकी तीन बहने है जिनकी शादी हो चुकी है। श्यामलाल वरकड़े एक पैर से विकलांग होने से वह लकड़ी के सहारे से चला था और अधिकतर घर में रहकर फर्नीचर का काम करता था। बताया गया है कि 7 वर्ष पहले लालसिंह मरावी के बड़े पिता की लड़की श्यामा बाई के पति की मृत्यु होने पर वह अपने मायके ग्राम नारना में अपने पिता के घर रहती थी। जिसका प्रेम संबंध श्यामलाल से हो गया था और श्यामलाल ने श्यामा बाई को पत्नी बनाकर घर में रख लिया था। तब से ही दोनों परिवार के बीच रंजिश बनी हुई थी।। दोनों परिवार के बीच आए दिन विवाद होते रहता था। 18 सितंबर को सुबह विवाद होने पर श्यामलाल ने लाल सिंह की पत्नी के बारे में अशोभनीय बात कह दी थी। जिससे लाल सिंह आवेश में आ गया और उसने घर से लकड़ी लाकर श्यामलाल के सिर में जबरदस्त वार कर दिया। जिससे श्यामलाल गंभीर रूप से घायल और बेहोश हो गया था। जिसे परिवार वालों ने बैहर के अस्पताल में भर्ती किए थे। जहां से श्यामलाल को जिला अस्पताल बालाघाट रेफर किया गया था। जहां उपचार के दौरान 19 सितंबर को सुबह श्यामलाल की मौत हो गई। जिला अस्पताल पुलिस ने श्यामलाल का शव पोस्टमार्टम करवा कर उनके परिजनों को सौंप दिए। बैहर पुलिस ने इस मामले में सुकरती वरकडे ग्राम नारना निवासी द्वारा की गई रिपोर्ट पर लालसिंह पिता चमसिह मरावी के विरुद्ध श्यामलाल की हत्या करने के आरोप में अपराध क्रमांक 165/ 24 में धारा103(2),238 भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध दर्ज किये और घटनास्थल का निरीक्षण फॉरेंसिक टीम तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा किया गया। बैहर पुलिस ने हत्या जैसे गंभीर अपराध को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के एल बंजारे के मार्गदर्शन में तत्काल कार्रवाई करते हुए अपराध दर्ज होने के तुरन्त बाद श्यामलाल वरकड़े की हत्या करने के आरोप में लाल सिंह मरावी को गिरफ्तार कर लिये। 20 सितंबर को बैहर पुलिस ने लालसिह मड़ावी को बैहर की विद्वान अदालत में पेश कर दिए। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में उपजेल भिजवा दिया गया है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रामकुमार रघुवंशी के नेतृत्व में बैहर पुलिस थाने के पुलिस कर्मचारियों की सराहनीय भूमिका रही।