वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम रामपायली स्थित श्रीराम बालाजी मंदिर में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर १५ नवंबर को भव्य टीपुर महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम धार्मिक मान्यता अनुरूप ग्रामीण और मंदिर समिति के द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें मंदिर में महाआरती करने के उपरांत आतिशबाजी कर टीपुर जलाकर मेले का आगाज किया गया। जहां पर नगर सहित क्षेत्र व जिले के विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तगणों ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर भगवान श्रीराम बालाजी महाराज का आशीर्वाद ग्रहण का धर्म लाभ अर्जित किया।
खैरागढ़ के कलाकारो का नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र
श्रीराम बालाजी मंदिर में टीपुर महोत्सव के अवसर पर खैरागढ़ के कलाकारो के नृत्य समूह के द्वारा आरती की थाल के साथ रामपायली मंदिर से रैली निकली गयी। जिसमें श्री राम बालाजी मंदिर के मुख्य द्वार का भ्रमण करने के पश्चात यह ग्राम के विभिन्न चौक चौराहा और गलियों का भ्रमण करते हुए श्रीराम मंदिर बालाजी मंदिर पहुंची जहां पर रैली का समापन किया गया। जिन्होंने शानदार नृत्य की प्रस्तुति मंदिर के सामने दी जो पूरे कार्यक्रम का आकर्षण का केंद्र रहा इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने नृत्य का आनंद लिया।
मंदिर की सजावट और आतिशबाजी रही आकर्षण का केंद्र
इस भव्य टीपुर महोत्सव के दौरान मंदिर की फू ल मालाओं से एवं आकर्षक रंग बिरंगी लाइटिंग से पूरे मंदिर के साथ मंदिर परिसर की भी साथ सजा विशेष तौर पर की गई। यह तैयारी बीते दो दिन के बाद टीपुर महोत्सव की शाम को संपन्न हुई जो पूर्णिमा की रोशनी में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने लगी जिसे देख लोग बेहद प्रफुल्लित हुए। वहीं महाआरती के पश्चात भव्य आतिशबाजी का दौर प्रारंभ हुआ जिसमें भव्य आकाशीय आतिशबाजी की गई । जिसे हर कोई देखने के लिए अपने स्थान पर ठहर गया और आकाश में देखने लगा इस दौरान एक के बाद एक मनमोहन आतिशबाजी की जाती रही। इस प्रकार पूरे कार्यक्रम के दौरान मंदिर की साज सज्जा एवं आतिशबाजी आकर्षण का केंद्र बनी रही।
टीपुर महोत्सव के साथ मेले का हुआ आगाज
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष टीपुर महोत्सव के साथ श्रीराम बालाजी मंदिर रामपायली के मेले का आगाज किया जाता है। ऐसे में जनपद पंचायत वारासिवनी जिसके द्वारा प्रतिवर्ष शासकीय रूप से यह श्रीराम बालाजी मंदिर रामपायली मेला आयोजित किया जाता है। इस वर्ष भी शासकीय तौर पर उक्त मेले का आयोजन किया गया है जिसका टीपुर महोत्सव के साथ प्रारंभ कर दिया गया। जहां आप १० दिनों तक क्षेत्र के लोग मेले का आनंद उठा पायेगे।
श्रीराम बालाजी मंदिर के बाद सभी जगह हुई आरती
पुरातन काल से श्रीराम बालाजी मंदिर रामपायली में परंपरा चली आ रही है कि टीपर महोत्सव हर वर्ष धुमधाम के साथ मनाया जाता है जिसके बाद सभी मंदिरों में टीपू प्रज्वलित किया जाता है। इस परंपरा का निर्वाह करते हुए इस वर्ष भी सर्वप्रथम धुमधाम के साथ श्रीराम बालाजी मंदिर में आरती कर टीपू जलाकर मेले का आगाज किया गया। जिसके बाद सभी मंदिरों में पूजा आरती कर टीपुर प्रज्वलित किया गया।
मंदिर में दिव्या प्रतिमाएं है विराजित
मंदिर में प्रत्येक प्रतिमा स्वयं में दिव्या बताई जाती है। जहां पर विराजित भगवान श्रीराम की प्रतिमा नदी से प्राप्त हुई थी जो पूरे भारत में ओरछा के बाद भगवान राम की दूसरी दिव्या प्रतिमा है। वहीं लंगड़े हनुमान जो स्वयं जमीन से निकले हैं जिनका एक पैर पाताल लोक में बताया जाता है तो वहीं रेत से स्वनिर्मित शिवलिंग बना हुआ है जिसका आकार सदैव बढ़ता ही जा रहा है। सूर्य की सबसे पहली किरण शिवलिंग से होते हुए भगवान श्रीराम के दरबार तक जाती है यह मंदिर भव्य किले की आकृति में बना हुआ है। इसी के साथ अन्य देवी देवता की भी प्रतिमा है।
मंदिर में जनप्रतिनिधियों ने टेका माथा
श्रीराम बालाजी मंदिर कार्तिक पूर्णिमा टीपर उत्सव के मौके पर पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल, विधायक विवेक विक्की पटेल ,जनपद अध्यक्ष श्रीमती माया उइके ,उपाध्यक्ष श्रीमती पुष्पा अमूले सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा मंदिर में पहुंचकर भगवान श्रीराम बालाजी का आशीर्वाद ग्रहण किया गया। वहीं नगर सहित क्षेत्र की सुख शांति समृद्धि की कामना की गई।