नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह संसद भवन में हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं। इस बैठक में दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी मौजूद हैं। माना जा रहा है कि किसानों के आंदोलन के संबंध में ही ये बैठक जारी है।
लगभग 70 दिनों से जारी किसानों के आंदोलन को लेकर घमासान मचा हुआ है। कई विदेशी हस्तियों ने भी इसका समर्थन किया है। इस पर विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर उन्हें फटकार लगाई है। बयान में कहा गया है, ‘हम आग्रह करेंगे कि ऐसे मामलों पर टिप्पणी करने से पहले तथ्यों का पता लगाया जाए और हाथ में लिए मुद्दों को अच्छी तरह समझ लिया जाए। सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और टिप्पणियां लुभावनी बन जाती हैं, खासकर तब, जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोग इससे जुड़ जाते हैं, जबकि उनका बयान न तो सटीक होता है और न ही जिम्मेदाराना।’
ट्विटर पर बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब मंगलवार रात अमेरिकी पॉप गायक रिहाना ने भारत के किसानों के विरोध पर एक समाचार लिंक पोस्ट किया और ट्वीट किया, ‘हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?!’
कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को डिगा नहीं सकता : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने भी बुधवार को कहा कि कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को ना तो डिगा सकता है और ना ही देश को नयी ऊंचाइयां छूने से रोक सकता है। रिहाना, स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस और कई अन्य प्रमुख लोगों ने केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के समर्थन में ट्विटर पर अपनी आवाज उठाई। इस घटनाक्रम के बाद शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ‘कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को डिगा नहीं सकता है ! कोई भी दुष्प्रचार भारत को नयी ऊंचाइयां छूने से रोक नहीं सकता है! दुष्प्रचार भारत के भाग्य का फैसला नहीं कर सकता, सिर्फ ‘प्रगति’ ही यह कार्य कर सकती है। भारत प्रगति करने के लिए एकजुट है और एकसाथ है।’