इजरायल और सऊदी अरब के बीच क्या पर्दे के पीछे कोई बातचीत चल रही है और दोनों रिश्ते सामान्य करने की ओर बढ़ रहे हैं। ये कयास इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के एक विमान के सऊदी में उतरने के बाद लगाया जा रहा है। इस निजी विमान का इस्तेमाल मोसाद के अधिकारी काफी समय तक करते रहे हैं। ये विमान रियाद और तेल अवीव के बीच सामान्यीकरण वार्ता फिर से शुरू होने की संभावना के बीच सऊदी की राजधानी में उतरा, जो इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे से रवाना हुआ था।
ईरान के न्यूज नेटवर्क प्रेस टीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले महीनों में इस विमान का इस्तेमाल मोसाद के अधिकारियों के साथ-साथ इजरायल की आंतरिक सुरक्षा सेवा शिन बेट के अफसर भी करते रहे हैं। इस बार विमान में शीर्ष इजरायली अधिकारियों के रियाद पहुंचने की बात कही गई है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों के संभावित सामान्यीकरण पर बातचीत करेंगे। ऐसा दावा किया जा रहा है कि अमेरिका की ओर से इजरायल और सऊदी के संभावित मेल-मिलाप में मध्यस्थता की जा रही है।
अमेरिका की दोनों देशों में रिश्ते सामान्य करने की कोशिश
संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सूडान और मोरक्को ने 2020 में इजरायली शासन के साथ अमेरिका की मध्यस्थता में सामान्यीकरण समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इसकी फिलिस्तीन ने निंदा करते हुए इसे फिलिस्तीनी लोगों की पीठ में छुरा घोंपना बताया था। हाल ही में अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन लंबे समय तक चलने वाले राजनयिक समझौते पर जोर दे रहा है। इस डील में रियाद राजनयिक मान्यता के बदले में फिलिस्तीन को मान्यता देने के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर दबाव डालेगा।