सड़के बनी आवारा पशुओं का आशियाना

0

नगर में ही नही क्षेत्र में भी आवारा पशुओं की सड़क पर मचाई जा रही धमाचौकड़ी लोगों की जान जोखिम में डाल रही है। पूरे क्षेत्र एवं नगर में आवारा पशु सड़क पर दिखाई दे रहे हैं जिससे लग रहा हैं कि आवारा मवेशियों का आशियाना अब सड़के बन गई हैं। नगर के मुख्य मार्ग पर आवारा पशुओं की सड़क पर बैठकर मचाई जा रही धमाचौकड़ी से बड़ी दुर्घटना होने का अंदेशा बना हुआ रहता है क्योंकि किसी भी समय मोटर साइकिल पैदल चलने वाले राहगीर से उक्त पशुओं की टक्कर हो जाने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है या वे स्वयं भी घायल हो सकते हैं। लेकिन आवारा पशु मालिकों के द्वारा अपने मवेशियों की देखरेख नही की जाती है साथ ही नपा द्वारा भी सड़क पर बैठे पशुओं को खदेडे हेतु कोई सार्थक प्रयास नही किया जा रहा है इसलिए सड़कों पर आवारा पशु नजर आ रहे है। 

यह है स्थिति

नगर में आवारा मवेशियों का विभिन्न स्थानों पर जमावड़ा लगा रहता है इस दौरान देखा जाए तो नगर के मध्य एवं सभी मुख्य मार्ग पर आवारा मवेशी खुले में घूमते हुए रहते हैं धूप के समय वृक्ष की छाया के नीचे और श्याम होते ही सड़कों पर बैठ जाते हैं ऐसे में आने को बार सुनने में आता है कि किसी न किसी स्थान पर आवारा में किसी से मोटरसाइकिल चालक टकराने से घायल हो गया या गंभीर घायल है जिसे बालाघाट रेफर किया गया है जिसको लेकर लगातार जागरूक नागरिकों के द्वारा नगर पालिका से मांग की जाती रही है परंतु नगर पालिका कहे या स्थानीय प्रशासन किसी के द्वारा उक्त आवारा मवेशियों के विषय पर गंभीरता से विचार नहीं किया जा रहा है जिसका परिणाम है कि सड़कों पर आज भी आवारा मवेशी घूम रहे हैं जो लोगों की जान को जोखिम में डाले हुए हैं जबकि नगर पालिका को गुप्त मवेशियों पर कठोर कार्यवाही करना चाहिए परंतु वह भी संबंधों को निभाने में लगी हुई है।

रात्रि में अधिकांश लोग हो रहे घायल

वारासिवनी से बालाघाट रोड़, रामपायली रोड़ पर मवेशी बैठकर धमाचौकड़ी मचा रहे है। दिन-रात आवारा मवेशी सड़कों में घूमते रहते है और यहां व्यस्तम मार्ग है रोजाना लोगों का चार पहिया व दो पहिया व पैदल चलने वाले लोगों का आना-जाना चालु रहता है। सड़क पर मचा रहे मवेशियों की धमाचौकड़ी से पूर्व में मवेशियों के साथ आम आदमी भी घायल हो चुके हैं एवं कई लोगों की गंभीर चोट लगने से मौत भी हो चुकी है। गत दिवस बनियटोला मार्ग पर 2 मवेशी की मौत हो गयी थी तो वही हादसे में घायल बाईक सवार भी मौत हो गयी। इस प्रकार अनेको लोग घायल होते रहते है क्योंकि मार्ग से जब वे रात के समय गुजरते है तो मवेशी उनके सामने अचानक आ जाते है और  मवेशी को बचाने के चक्कर में वे अनियंत्रित हो जाते है या फिर टक्कर मार देते है जिससे दोनों घायल हो जाते है लेकिन आवारा मवेशियों को पकड़कर मवेशी मालिकों पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नही की जा रही है।  

कब होगी पशु मालिको पर कार्यवाही

विदित है कि जब भी नगर या आसपास में आवारा मवेशी से कोई बड़ा हादसा गठित होता है तो उसे पर नगर पालिका प्रशासन के द्वारा दो-चार दिन हाका गेग के माध्यम से कार्यवाही की जाती है परंतु बाद में उसे कार्यवाही को ठंडा बस्ती में डाल दिया जाता है। जबकि हर बार पशु मालिकों पर कार्यवाही करने के लिए जिम्मेदारों के द्वारा बात कही जाती है परंतु लंबे समय से एक पशु मालक पर भी नगर पालिका के द्वारा कार्यवाही प्रस्तावित नहीं की गई है। जिसका खामियाजा आम इंसान को भुगतना पड़ रहा है कि पशु मालिक दूध निकाल कर अपने पशु को छोड़ दे रहा है इस प्रकार नगर पालिका की कार्यवाही हर समय ठंडा बस्ती में ही नजर आ रही है। अब तो वह जागरूक नागरिक भी पूछने लगे हैं कि आखिर कब लापरवाह पशु मालिकों पर कार्यवाही होगी।

यह आवारा नही पालतू मवेशी है मालिक इन्हें छोड़ देते है – सदन मानेश्वर

सदन मानेश्वर ने बताया कि यह हमारा बालाघाट रोड है यहां पर सबसे ज्यादा समस्या आवारा मवेशियों की बनी हुई है जिसके कारण लगातार दुर्घटनाएं होते रहती है और बड़ी दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है जबकि यहां हाईवे मार्ग है जहां से भारी मात्रा में लोग यात्रा करते हैं और यह मार्ग सीधे जिला मुख्यालय को जाता है जिसके माध्यम से वारासिवनी खैरलांजी कटंगी तिरोड़ी के लोग बालाघाट मुख्यालय के लिए रोजाना आना-जाना करते हैं ऐसे में अनेकों बार लोगों को दुर्घटना से घायल होना पड़ता है किसी के साथ कभी भी दुर्घटना हो सकती है यह मवेशी आवारा नहीं पालतू है जिन्हें मवेशी मालिकों के द्वारा अपने घर में रखना चाहिए परंतु वह छोड़ देते हैं जो मार्ग में इधर-उधर घूमते रहते हैं।

आवारा पशुओं को पकड़कर मालिकों पर हो कार्यवाही – जावेद अली

पदमेश से चर्चा में जावेद अली ने बताया कि सड़क पर आवारा मवेशी घूमते रहते है जिसके कारण पूर्व में भी कई घटनाएं घटित हो चुकी है और कुछ लोगों व मवेशियों की भी मौत हो चुकी है। किन्तु स्थानीय प्रशासन के द्वारा आवारा मवेशी मालिकों पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है। श्री अली ने बताया कि स्थानीय प्रशासन एवं नगरपालिका की ढोल-मोल नीतियों का नतिजा है कि सड़कों पर आवारा पशुओं का जमघट रहता है। स्थानीय प्रशासन को उक्त आवारा पशुओं को पकड़कर कांजी हाउस, गौशाला भेज देना चाहिए एवं पशु मालिकों पर सख्त कार्यवाही करना चाहिए ताकि सड़कों में बैठे पशुओं की जमघट से हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके। श्री अली ने बताया कि नगर पालिका की लापरवाही है हर बार यह चार्जिंग कार्रवाई करते हैं फिर भूल जाते हैं और आम इंसान से परेशान होता रहता है जबकि इन्हें आवारा मानसी पड़कर मवेशी मालिकों पर भी कार्यवाही करना चाहिए।

इनका कहना है। 

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि यह मामला हमारे संज्ञान में है जिसको लेकर एक टीम तैयार की जा रही है जिसके द्वारा नगर का भ्रमण कर आवारा मवेशियों को कांजी हाउस में लाकर बंद किया जाएगा यह कार्यवाही दो दिन बाद प्रारंभ होगी।

श्रीमती सरिता दांदरे नपाध्यक्ष वारासिवनी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here