वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर सहित पूरे क्षेत्र में आवारा पशु सड़क पर दिखाई दे रहे हैं जिससे लग रहा हैं कि आवारा पशुओं का आशियाना अब क्षेत्र की सड़के बन गई हैं।जहाँ आवारा मवेशी यमदूत बने हुए है उनके द्वारा सड़क पर बैठकर मचाई जा रही धमाचौकड़ी से बड़ी दुर्घटना होने का संभावना बानी हुई है। इसी कड़ी में 7 से 8 अक्टूबर की दरम्यानी रात्रि में अज्ञात वाहन की टक्कर से बालाघाट रोड़ पर टिहलीबाई शासकीय माध्यमिक शाला के सामने एक मवेशी की मौत हो गयी जिसे नगर पालिका के द्वारा उठाया गया। ऐसे में यदि किसी भी समय मोटर साइकिल, पैदल चलने वाले राहगीर से उक्त पशुओं की टक्कर हो जाने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है या वे स्वयं भी घायल हो सकते हैं। लेकिन आवारा पशु मालिकों के द्वारा अपने मवेशियों की देखरेख नही की जाती है साथ ही नपा द्वारा भी सड़क पर बैठे पशुओं को खदेडे हेतु कोई सार्थक प्रयास नही किया जा रहा है इसलिए सड़कों पर आवारा पशु नजर आ रहे है।
सड़क पर आवारा मवेशी मचा रहे धमाचौकड़ी
वारासिवनी से बालाघाट रोड़, रामपायली रोड़, कटंगी रोड़ एवं नगर की सड़कों पर मवेशी बैठकर धमाचौकड़ी मचा रहे है। दिन-रात आवारा मवेशी सड़कों में घूमते रहते है और यह व्यस्तम मार्ग है वर्तमान में नवरात्र का समय है जहाँ रोजाना लोगों का चार पहिया व दो पहिया व पैदल चलने वाले लोगों का आना-जाना लगा रहता है। सड़क पर मवेशियों की धमाचौकड़ी से पूर्व में मवेशियों के साथ आम आदमी भी घायल हो चुके हैं एवं कई लोगों की गंभीर चोट लगने से मौत भी हो चुकी है। बीती रात अज्ञात वाहन की टक्कर से एक गाय की मौत हो गई थी साथ ही बाईक सवार भी कई बार घायल हो चुके है क्योंकि मार्ग से जब वे रात के समय गुजरते है तो मवेशी उनके सामने अचानक आ जाते है और मवेशी को बचाने के चक्कर में वे अनियंत्रित हो जाते है या फिर टक्कर मार देते है जिससे दोनों घायल हो जाते है। लेकिन आवारा मवेशियों को पकड़कर मवेशी मालिकों पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नही की जा रही है।
नवरात्र का चल रहा है पर्व
वर्तमान में नवरात्रि का पर्व चल रहा है जो धीरे-धीरे अंतिम पायदान की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में नगर सहित क्षेत्र व जिले के लोगों के मां भगवती के दरबार घूमने और आशीर्वाद ग्रहण करने के लिए देर रात तक भीड़ सड़कों पर दिखाई दे रही है। वह पंडाल में पहुंच रहे है ऐसी स्थिति में नगर के चारों तरफ सड़कों पर आवारा मवेशी बैठे हुए हैं इसी मार्ग से लोगों को आना-जाना करना है। क्योंकि यातायात का भारी दबाव बना हुआ है इस दौरान दुर्घटना की प्रबल संभावनाएं बनी हुई है जिसको लेकर जागरूक नागरिकों के द्वारा आवारा मवेशियों पर कठोर कार्यवाही करते हुए स्थाई समाधान निकालने की मांग की जा रही है।