सतना में रेलवे की 25 हजार वोल्ट की चालू लाइन काटकर ले जाने वाले शातिर आरोपितों को रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपित रेलवे के लिए सिरदर्द बन हुए थे। पकड़े गए तीन आरोपितों के पास से आरपीएफ ने चोरी किया हुआ तांबे का 1 लाख 29 हजार रुपये कीमती 135 किलो ओएचई तार जिससे ट्रेन चलती हैं उसे बरामद किया है। आरोपितों से आरपीएफ ने एक मोटरसाइकिल भी जब्त की है। ज्ञात हो कि बीते 22 फरवरी की रात सतना-रीवा रेलखंड के बगहाई स्टेशन के पास चालू ओवरहेड वायर को बांस में हेक्सा ब्लेड लगाकर शातिर तरीके से काटकर चोरी कर लिया गया था। जिसके कारण कई ट्रेन जहां की तहां खड़ी हो गई थीं। बताया गया है कि इन्हीं आरोपितों ने 12 मार्च को कटनी रेलखंड में सालाना-पिपरिया के बीच भी रेलवे का तार चोरी किया था। इस पूरे मामले में जबलपुर रेल मंडल के मंडल सुरक्षा आयुक्त अरुण त्रिपाठी के नेतृत्व में जांच की जा रही थी। जिसमें 20 से अधिक अधिकारी जिला पुलिस की मदद से आरोपितों तक पहुंचने कोशिश कर रही थी।
मास्टरमाइंड आरोपित रह चुका है बीएससी नर्सिंग का छात्र : आरपीएफ के सतना पोस्ट प्रभारी बब्बन लाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में सतना के थाना कोटर क्षेत्र के अकौना निवासी 33 वर्षीय राम मनोज केवट थाना उचेहरा, नई बस्ती खोह निवासी 25 वर्षीय नागेंद्र केवट और रीवा के थाना बिछिया क्षेत्र अंतर्गत भटलो निवासी 29 वर्षीय लवकुश मल्लाह शामिल हैं जिसमें से आरोपित राम मनोज व नागेंद्र आपस में जीजा साले हैं। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी के अनुसार नागेंद्र केवट ही पूरी वारदात का मास्टरमाइंड है जिसने बीएससी नर्सिंग का कोर्स भी किया है लेकिन पैसों की लालच ने उसे अपराधी बना दिया है। इसके खिलाफ पूर्व में भी चोरियों के मामले दर्ज हैं।
ऐसे की थी वारदात : आरपीएफ पोस्ट प्रभारी बब्बन लाल के अनुसार मंडल सुरक्षा आयुक्त अरुण त्रिपाठी के निर्देश पर शातिर चोरों की गिरफ्तारी के लिए तीन अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। शक के आधार पर सादे कपड़े पर जवानों को तैनात कर निगरानी बढ़ाई गई। जिसके बाद तीन सदस्यीय चोर गिरोह पकड़ में आ गया। इस कार्रवाई में पोस्ट प्रभारी बब्बन लाल के अलावा जबलपुर क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर वीरेन्द्र यादव, इंस्पेक्टर राजीव खरब, इंस्पेक्टर कमल सिंह मीना, सब इंस्पेक्टर जेडी मिश्रा, सीआइबी के सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र पटेल, एएसआइ एमपी मिश्रा समेत अन्य स्टाफ की भूमिका रही। आरोपितों के विरुद्ध रेल अधिनियम की धारा 3 आरपी (यूपी), 153 और 174 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि 22 एवं फरवरी की देर रात तीनों आरोपितों ने सतना-रीवा रेलखंड के हिनौता, रामवन और बगहाई स्टेशन के पास से रेल लाइन पर लगी 2 लाख 66 हजार 758 रुपये मूल्य की 281 किलो ओएचई वायर जिसमें 25 हजार वोल्ट करंट दौड़ रहा था उसे काट ली थी। आरोपितों ने चोरी की तार घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर एक खेत में छिपा दी थी। इसके बाद तार के टुकड़े कर लिए थे और मौका पाकर लगभग 146 किलो तार कबाड़ी को बेच दी थी। इसी गिरोह ने 12 मार्च को कटनी सेक्शन में सलना-पिपरिया के बीच 150 मीटर ओएचई वायर भी पार की थी। सिरदर्द बन चुके गिरोह की पकड़ के लिए आरपीएफ ने सायबर सेल की मदद ली। दोनों घटनास्थलों पर तीनों बदमाशों के मोबाइल लोकेशन मिलने पर आरपीएफ को शक बढ़ा और पूछताछ की गई। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने बताया कि सामान्य सी पूछताछ के बाद तीनों को जाने दिया गया। जिसके बाद शातिर बदमाश निश्चित होने के बाद जैसे ही छिपा कर रखी गई चोरी की ओएचई तार उठाने के लिए पहुंचे तो पहले से ही सादे कपड़ों में घात लगाकर तैनात आरपीएफ के जवानों ने आरोपितों को तार सहित रंगे हाथ पकड़ लिया।