सदस्यता अभियान को लेकर पीजी कॉलेज में उपजा विवाद

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आगामी समय में होने वाले चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों का रुझान युवाओं की ओर है जहां उन पार्टी से संबंधित संगठनों के द्वारा युवाओं को संगठन से जोड़कर पार्टी की विचारधारा से जुड़ने में जुटे हुए हैं तो वही सोमवार को शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालाघाट में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा छात्र सदस्यता अभियान को लेकर की जा रही गतिविधि की जा रही थी। इस सदस्यता अभियान का एनएसयूआई के सदस्यों के द्वारा इसका विरोध किया गया और दोनो ही संगठन एकदूसरे से भिड़ गये। जहां छात्र संगठन से जोड़ने को लेकर शुरू हुआ यह विवाद जल्द ही तू तू मैं मैं मैं बदल गया और नौबत हाथापाई तक आ गई। जिसके बाद दोनो ही पक्षो ने एकदूसरे के खिलाफ शिकायत कोतवाली में कर उचित कार्रवाई करने की मांग की। कोतवाली पहुंचे एनएसयूआई और एबीवीपी के सदस्यों के द्वारा पुलिस के सामने तनातनी देखी गई। विवाद होता देख कोतवाली टीआई कमल सिंह गहलोत के द्वारा एनएसयूआई और एबीवीपी संगठनों से मिली शिकायत पर जांच किए जाने की बात को कह कर संगठन का विवाद शांत किया गया।

परिषद के सदस्यता साहित्य को नष्ट करने की हिमाकत करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग = देवेश बिसेन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला संयोजक देवेश बिसेन ने बताया कि कॉलेज में कार्यकर्ताओं के द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 75 वर्ष पूर्ण होने पर छात्रहितो को लेकर संघर्षरत परिषद, सदस्यता अभियान को लेकर परिसर में अपनी टोली के बीच सदस्यता साहित्य को लेकर चर्चा की जा रही थी। इसी दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर उनसे विवाद किया और सदस्यता साहित्य को नष्ट करने की हिमाकत करते हुए धक्कामुक्की की और परिषद को लेकर अपमानजनक शब्दों का उपयोग किया। हमने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की है और मांग करते हैं कि संगठन के खिलाफ में जो आपत्ति नारेबाजी की अब शब्दों का प्रयोग किया उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
निष्पक्ष जांच ना होने पर महाविद्यालय में किया जाएगा धरना प्रदर्शन= ऋषभ सहारे

एनएसयूआई पदाधिकारी ऋषभ सहारे ने बताया कि महाविद्यालय परिसर में छात्र संगठन की गतिविधियां वर्जित होने के बावजूद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता महाविद्यालय परिसर में सदस्यता अभियान चला रहे थे। जिसका हमारे द्वारा विरोध किया गया। जिसके मंत्री जैन और पदाधिकारियों ने हाथ उठाया और अभद्र व्यवहार किया गया। थाने में भी पुलिस मौजूदगी में हम पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया। उन्होंने पुलिस के सामने ही परिषद के पदाधिकारियों द्वार एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार पर कहा कि पुलिस भी दबाव में काम कर रही है। इस मामले में यदि निष्पक्ष जांच और कार्यवाही नहीं की गई तो महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन और उग्र आंदोलन किया जायेगा।

एबीवीपी के सदस्यों ने हाथापाई करने की की कोशिश = दयाल वासनिक

युवा कांग्रेस अध्यक्ष दयाल वासनिक ने कहा कि महाविद्यालय परिसर के भीतर नियमानुसार किसी भी राजनीतिक संगठन का काम नहीं किया जाना चाहिये, बावजूद इसके क्षेत्रीय विधायक के संरक्षण में महाविद्यालय प्राचार्य भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे है और भाजपा के छात्र संगठन अभाविप को बढ़ावा देने का काम कर रहे है। महाविद्यालय परिसर में परिषद के चलाये जा रहे सदस्यता अभियान का एनएसयूआई ने पुरजोर विरोध किया। जिस पर परिषद के लोगों ने हाथापाई करने की कोशिश की। जिसके फुटेज सीसीटीव्ही में कैद है। यही नहीं बल्कि थाना परिसर में परिषद के लोगों ने गुंडागर्दी करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि सत्ता के दबाव और क्षेत्रीय विधायक के संरक्षण में महाविद्यालय, भाजपा राजनीति का स्थान बन गया है, जहां प्राचार्य एजेंट की भूमिका में है। यदि इस मामले में जांच में निष्पक्षता नहीं बरती गई तो एनएसयूआई कार्यकर्ताआंे के समर्थन में कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।

दोनों संगठनों की लिखित शिकायत= कमल सिंह गहलोत
कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गहलोत ने बताया कि दोनो ही छात्र संगठनो एनएसयूआई और एबीवीपी सदस्य आए हैं और दोनों का कहना है कि कॉलेज में कुछ विवाद हुआ है और दोनों से पृथक-पृथक आवेदन लिया गया है। उसकी जांच करते हैं जिसकी गलती होगी उसके खिलाफ में कार्रवाई की जाएगी।प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि परिषद द्वारा सदस्यता रसीद दी जा रही थी। जिसमें एनएसयूआई ने आपत्ति दर्ज की है। आवेदनों की जांच कर तथ्य मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।

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